भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय एयरफोर्स चीफ (Chief of the Indian Air Force) की जिम्मेदारी संभाल ली है। एयर मार्शल बीएस धनोआ आज कार्यमुक्त हो गए। केंद्र सरकार ने वायुसेना के नए प्रमुख के नाम का ऐलान किया था।
भदौरिया ने जून 1980 में आईएएफ के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया था। इसके बाद वायुसेना में विभिन्न प्रमुख पदों की जिम्मेदारी वे संभाल चुके हैं। कमान संभालने के बाद भदौरिया ने कहा कि राफेल विमान के बारे में कहा वह एक सक्षम विमान है, जो भारत की पाकिस्तान और चीन पर बढ़त बनाएगा।
एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायुसेना के प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया। भदौरिया ने इसी वर्ष 1 मई को वायुसेना के उपप्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला था।
एयर मार्शल भदौरिया भी 30 सितंबर को रिटायर होने वाले थे, लेकिन अब वे वायुसेना प्रमुख पद पर नियुक्त किए गए हैं तो माना जा रहा है अगले 2 वर्ष तक वह इस पद पर रहेंगे।
उड़ा चुके हैं 26 तरह के लड़ाकू विमान : राकेश कुमार सिंह भदौरिया को 4000 घंटे से भी अधिक की उडान का अनुभव है और वे अब तक 26 तरह के लड़ाकू विमान उडा चुके हैं।
लगभग 40 वर्ष के करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण और संचालन तथा प्रशासनिक पदों पर रहे हैं। एयर मार्शल भदौरिया फ्रांस से खरीदे जाने वाले राफेल लड़ाकू विमान के सौदे के लिए बातचीत करने वाली टीम के अध्यक्ष भी रहे हैं।
एयर मार्शल भदौरिया दक्षिण पश्चिम के महत्वपूर्ण सेक्टर में जगुआर लड़ाकू विमान के स्क्वैड्रन के कमांडर और विभिन्न उडान परीक्षण केन्द्रों के निदेशक भी रहे हैं। देश में ही बने स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के उडान परीक्षण केन्द्र की कमान भी वे संभाल चुके हैं।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट के अलावा भदौरिया रूस की राजधानी मास्को में भी कार्य कर चुके हैं। विभिन्न अभियानों में उल्लेखनीय सेवा के लिए उन्हें अतिविशिष्ट और परमविशिष्ट पदकों से सम्मानित किया जा चुका है।
एयर मार्शल भदौरिया को भी इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्त होना था, लेकिन सरकार ने उन्हें नए सेना प्रमुख की जिम्मेदारी सौंप कर बड़ी भूमिका दी है।