स्मॉग से दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली की हवा में प्रदूषण घुला हुआ है। हवा घुले इस जहरीले स्मॉग के कारण स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। नागरिकों को प्रदूषण से बचने की हिदायतें दी गई है। आइए जानते हैं आखिर क्या होता है स्मॉग।
स्मॉग प्रदूषित हवा का एक प्रकार ही है। ‘स्मॉग’ शब्द का प्रयोग 20वीं सदी की शुरुआत से हो रहा है। यह शब्द अंग्रेजी के दो शब्दों ‘स्मॉग’ और ‘फॉग’से मिलकर बना है। आमतौर पर जब ठंडी हवा किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर पहुंचती है तब स्मॉग बनता है।
ठंडी हवा भारी होती है इसलिए वह रिहायशी इलाके की गर्म हवा के नीचे एक परत बना लेती है। तब ऐसा लगता है जैसे ठंडी हवा ने पूरे शहर को एक कंबल की तरह लपेट लिया है।
गर्म हवा हमेशा ऊपर की ओर उठने की कोशिश करती है, लेकिन ऐसा नहीं कर पाती और एक ढक्कन की तरह व्यवहार करने लगती है। कुछ ही समय में हवा की इन दोनों परतों के बीच हरकतें रुक जाती हैं। इसी खास ‘उलट-पुलट’ के कारण स्मॉग बनता है।
यही कारण है कि गर्मियों के मुकाबले ठंड के मौसम में स्मॉग ज्यादा आसानी से बनता है। स्मॉग बनने का दूसरा बड़ा कारण है प्रदूषण। दिल्ली में दिपावली के दिन हुए प्रदूषण से भी वातावरण में यह स्मॉग बना है।