नई दिल्ली। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने अहमदाबाद और जयपुर हवाई अड्डों के परिचालन और रखरखाव का कार्य निजी कंपनियों को सौंपने के लिए बोली मानदंडों को संशोधित किया है।
अधिक से अधिक बोलीदाताओं को आकर्षित करने के इरादे से अनुबंध अब 15 साल के लिए दिया जाएगा, जो पहले 10 साल के लिए था। साथ ही एक इकाई को दोनों परियोजनाएं दी जा सकती हैं।
बोलीदाताओं के लिए संशोधित मानदंड पेश करते हुए एएआई ने अहमदाबाद और जयपुर हवाई अड्डों के लिए परिचालन और रखरखाव के लिए बोली जमा करने की समयसीमा फिर से बढ़ाई गई है।
एक साल में छठी बार बोली जमा करने की समयसीमा बढ़ाई गई है। इससे अनुबंध देने की प्रक्रिया में और देरी होगी। फिलहाल दोनों हवाई अड्डों का परिचालन का जिम्मा एएआई के पास है।
बोली से जुड़े विभिन्न मानदंड में जो बदलाव किए गए, उसमें बोली जीतने पर एक ही कंपनी को दोनों हवाई अड्डों के परिचालन और रखरखाव की अनुमति देना शामिल है। एएआई ने हाल ही में एक अधिसूचना में कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है तम एक बोलीदाता को दोनों अनुबंध देने को लेकर कोई पाबंदी नहीं होगी।
एक अन्य महत्वपूर्ण बदलाव अनुबंध की समयसीमा बढ़ाया जाना है। इसके तहत अनुबंध की समयसीमा बढ़ाकर 15 साल की गई है। इसका मतलब है कि सफल बोलीदाता 15 साल तक हवाई अड्डों का परिचालन और रखरखाव कर सकता है।
इसके अलावा अनुबंधकर्ता के लिए हर साल प्रति यात्री आय में वृद्धि के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया। इस संशोधन के साथ बोली जमा करने की अंतिम तिथि 3 महीने बढ़ाकर 18 सितंबर कर दी गई, जो पहले 29 जून थी। (भाषा)