नई दिल्ली। भारत ने ब्रिक्स (BRICS) देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी समूहों को 'राज्य' विशेष का समर्थन हासिल है और यह शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान लश्कर और जैश से आतंकी संगठनों को पनाह देता है। ब्रिक्स बैठक में अफगानिस्तान के हालात की भी समीक्षा की गई। यह बैठक डिजिटल माध्यम से हुई।
बैठक में रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल पेत्रुशेव, चीनी पोलित ब्यूरो के सदस्य यांग जेइची, ब्राजील के सुरक्षा अधिकारी जनरल ऑगस्टो हेलेना रिबेरो परेरा और दक्षिण अफ्रीका के उप राज्य सुरक्षा मंत्री नसेडिसो गुडएनफ कोडवा ने भाग लिया। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के एक सप्ताह बाद यह बैठक हुई है।
ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के 5 सबसे बड़े विकासशील देशों का संगठन है। इन देशों में दुनिया की 41 प्रतिशत आबादी रहती है। वैश्विक जीडीपी में इन देशों का 24 फीसदी और वैश्विक व्यापार में 16 फीसदी हिस्सा है। भारत आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ से निपटने में ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच गहरे सहयोग पर दृढ़ता से जोर देता रहा है।