समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को विश्वास जताया कि विपक्ष दलों के गठबंधन इंडिया के घटकों के बीच सीट बंटवारे की बातचीत में कोई गड़बड़ी नहीं होगी। यादव ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के समय उनकी पार्टी और कांग्रेस के बीच हुआ विवाद अब अतीत की बात है।
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने निजी यात्रा के दौरान यहां पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा के बीच आज इस बात पर चर्चा हुई कि इंडिया गठबंधन में कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। मुझे विश्वास है कि सीटों का बंटवारा उचित होगा। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और हमारे सहयोगी मिलकर उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराएंगे।
मध्यप्रदेश में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस व सपा के बीच समझौता नहीं हो पाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "वह खत्म हो गया है। यह पुरानी बात है और हमें इस पर चर्चा नहीं करनी चाहिए। हम आगे बढ़ रहे हैं और आगे की सोच रहे हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे (जिसमें भाजपा ने कांग्रेस को हराकर सत्ता बरकरार रखी) अप्रत्याशित थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह बसपा सुप्रीमो मायावती से नाराज हैं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं किसी व्यक्ति से नाराज नहीं हूं।
उन्होंने कहा कि समाजवादी विचारधारा यह है कि "पीडीए" (पिछड़ा, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग) को सम्मान मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि "सच्चा 'राम राज्य' तभी आएगा जब पीडीए के लोगों का सम्मान किया जाएगा। उनके बीच निरक्षरता और असमानता को दूर किया जाना चाहिए।"
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर उनके विचार पूछे जाने पर यादव ने कहा, 'दिन अच्छा है। हम उम्मीद करते हैं कि जो लोग इसका प्रचार कर रहे हैं , उन्हें कम से कम यह तो सोचना चाहिए कि राम राज्य क्या होता है। हमारे लिए राम राज्य वह है जो संविधान के अनुसार चले।”