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जम्मू-कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग : अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा बड़ा चैलेंज, अधिकारी बोले- G-20 की सफलता के बाद आतंकी खतरा बढ़ेगा

हमें फॉलो करें जम्मू-कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग : अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा बड़ा चैलेंज,  अधिकारी बोले- G-20 की सफलता के बाद आतंकी खतरा बढ़ेगा

सुरेश एस डुग्गर

, मंगलवार, 30 मई 2023 (17:51 IST)
जम्मू। Target Killing in Jammu and Kashmir : दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में कल देर रात जम्मू संभाग के उधमपुर के थियाल गांव के रहने वाले दीपू की आतंकियों द्वारा की गई हत्या के बाद 30 जून से आरंभ हो रही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा चिंता का कारण बन गई है। दरअसल, अमरनाथ यात्रा दक्षिणी कश्मीर में ही आयोजित होती है और अब अधिकारी भी कहने लगे हैं कि जी-20 की सफलता के बाद आतंकी हताशा में हैं जिस कारण खतरे का स्तर बढ़ेगा।
 
करीब 3 महीनों के बाद कश्मीर में हिन्दुओं को निशाना बनाकर किए गए हमले के उपरांत सुरक्षाधिकारियों की बैठक में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में तैनात किए जाने वाले जवानों की समीक्षा की गई है तथा केंद्र सरकार द्वारा भिजवाई जा रही 45 के करीब केंद्रीय बलों की कंपनियों को अब कम बताया जाने लगा है। 
 
एक अधिकारी के बकौल, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी चिंताओं से अवगत करवाते हुए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की मांग की गई है पर अभी तक 45 कंपनियां ही मिली हैं। वे कहते थे कि जी-20 की सफलता के बाद हाइब्रिड आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बना सकते हैं, क्योंकि उन पर सीमा पार से जबरदस्त दबाव बनाया जा रहा है इसलिए अतिरिक्त जवानों की आवश्यकता है।
 
इतना जरूर था कि जी-20 की बैठक से निपटने के बाद अब प्रदेश प्रशासन का सारा ध्यान अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की ओर है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जी-20 की सफलता के बाद यह उम्मीद जताई है कि इस बार अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों की संख्या एक नया रिकार्ड बना सकती है जबकि अधिकारियों ने इसकी भी पुष्टि की है कि 15 जून तक सभी प्रबंध पूरा कर लेने का फरमान उन्हें मिला है।
 

हालांकि अधिकारियों का कहना था कि पिछले कुछ दिनों से अमरनाथ यात्रा मार्ग पर अभी भी हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण बर्फ हटाने का काम 15 जून तक पूरा हो पाएगा, इसके प्रति शंका है। यह बात अलग है कि बर्फ हटाने और दोनों सड़क मार्ग तैयार करने का जिम्मा इस बार सीमा सड़क संगठन को दिया गया है पर खराब मौसम अड़ंगा डाले हुए है। 
 
अल्पसंख्यक समुदाय में दहशत : दक्षिण कश्मीर के अनतंनाग में मेले में काम करने वाले हिन्दू कर्मचारी दीपू की सोमवार रात को आतंकियों द्वारा की गई हत्या के बाद बचे खुचे अल्पसंख्यक समुदाय में दहशत का माहौल है। 4 महीनों में कश्मीर में टारगेट किलिंग की तीसरी घटना से भय का माहौल कितना है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस मेले में काम करने वाले दीपू के अन्य साथी पलायन कर चुके हैं। 
 
आतंकी संगठन की चेतावनी : निशाना बनाकर की गई इस हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स ने चेतावनी दी है कि कश्मीर में हिन्दुओं को नही रहने दिया जाएगा।
 
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में जी-20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक के सफल समापन के चार दिन बाद आतंकवादियों ने सोमवार शाम को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में लक्षित हमले में अल्पसंख्यक समुदाय के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी। 
 
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों ने उधमपुर जिले के एक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य दीपक कुमार उर्फ दीपू, पर करीब से गोलीबारी की। आतंकी हमले में दीपक को कई गोलियां लगीं और उन्हें पास के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। 
 
मृतक अनंतनाग के जंगलाट मंडी इलाके में मनोरंजन पार्क में एक निजी सर्कस मेले में काम कर रहा था। आतंकी हमले के तुरंत बाद पुलिस, केरिपुब और सेना की एक टुकड़ी इलाके में पहुंच गई। सुरक्षाकर्मियों ने इलाके को घेर लिया और हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया पर अभी तक कोई हाथ नहीं लगा था। जबकि मंगलवार को इस घटना के विरोध में उधमपुर और रियासी में प्रदर्शन हुआ। 
 
राज्यपाल ने की निंदा : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादी हमले की निंदा की है और मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि सरकार और पूरा देश परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमारे सुरक्षा बल आतंकवादियों के मंसूबों को विफल करने के अपने संकल्प में प्रतिबद्ध हैं और अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। 
 
घटना के बाद से पैतृक क्षेत्र दीपू के लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है और वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस तरह की लक्षित हत्याओं को जल्द से जल्द रोका जाए।
 
 दरअसल, 4 महीने से अधिक समय के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर यह पहला हमला है। आखिरी हमला 26 फरवरी 2023 को हुआ था जब संजय कुमार पुलवामा जिले के अचन गांव में मारे गए थे।
 
मंसूबों को करेंगे नाकाम : इस बीच अपने संसदीय क्षेत्र उधमपुर के मजालता इलाके के निवासी दीपू की सोमवार रात को कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों द्वारा हत्या किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जोर दिया कि आतंकियों पर दबाव बनाकर उनके मंसूबों को नाकाम बनाया जाए।
 
 
जम्मू-कश्मीर के अन्य समाचार 
 
वैष्णोदेवी यात्रियों की बस गिरी : अमृतसर से वैष्णो देवी कटड़ा जा रही एक यात्री बस आज सुबह जम्मू से 25 किमी दूर झज्जर कोटली के पुल से नीचे गिरी तो 10 श्रद्धालु मौत के काल में समा गए। क्षमता से अधिक भरी हुई इस यात्री बस में सवार अन्य 60 यात्री भरी जख्मी हो गए जिनमें से 4 की दशा नाजुक बताई जा रही है।
 
जम्मू के एसएसपी चंदन कोहली ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि यात्री बस संख्या यूपी81सीटी-3537 के चालक का झज्जर कोटली के पुल पर नियंत्रण खो गया तो यह करीब 150 फुट नीचे नदी में जा गिरी। नतीजतन 6 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और 4 अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों में बस का चालक भी शामिल है।
 
हादसे की खबर मिलते ही आसपास के इलाकों से स्थानीय लोगों और केरिपुब के जवानों ने घटनास्थल पर पहुंच कर घायलों की मदद की और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया। पुलिस का कहना था कि सभी यात्री जिनमें अधिकतर बिहार के रहने वाले थे, वैष्णो देवी जा रहे थे लेकिन चालक गलती से कटड़ा जाने वाले मोड़ से एक किमी आगे निकल गया और तभी यह हादसा पेश आया। Edited By : Sudhir Sharma

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