नई दिल्ली। congress presidents election : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि यह धारणा काफी सही लगती है कि बीआर आंबेडकर इस विचार को 'अस्वीकार' करते और इसकी 'काफी आलोचना' करते कि राजनीतिक नेतृत्व को चुनाव या योग्यता के अन्य रूपों के बजाय विरासत के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए। थरूर ने नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय में अपनी नई पुस्तक 'आंबेडकर : अ लाइफ' के विमोचन के दौरान यह बात कही।
तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सदस्य थरूर ने आंबेडकर के बारे में कहा कि एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी भी जाति व्यवस्था के तर्क को नहीं माना, वे राजनीति में या कहीं और पारिवारिक विरासत के सिद्धांत को स्वीकार नहीं करता।
थरूर ने कहा कि हालांकि आंबेडकर ने इसके बारे में नहीं लिखा है, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि यह धारणा काफी सही लगती है कि वह इस विचार को अस्वीकार कर देते और इसकी काफी आलोचना करते कि राजनीतिक नेतृत्व को चुनाव या अन्य रूपों के बजाय विरासत के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए।
थरूर से पूछा गया था कि राज्यों में सत्ता परिवारों के हाथों में केंद्रित होने पर आंबडेकर के क्या विचार होते। इस सवाल का जवाब देते हुए थरूर ने यह बात कही। भाषा Edited by Sudhir Sharma