नई दिल्ली। देश के कई राज्यों के पावर प्लांट बिजली संकट से जूझ रहे हैं। कोयले की कमी के कारण महाराष्ट्र, पंजाब में कई इकाइयां बंद भी हो गई हैं। कई राज्यों में कटौती भी शुरू हो गई है।
कई राज्यों ने कोयले की कमी के कारण ब्लैकआउट पर तत्काल चिंता जताई है। हालांकि केंद्र सरकार ने कोयले की कमी से इंकार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिजली संकट की आशंकाओं पर एक समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं।
खबरों के मुताबिक यह बैठक आज हो सकती है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बिजली मंत्री आरके सिंह, कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ कोयला और बिजली मंत्रालयों के प्रभारी के साथ बैठक की थी। कोयला मंत्री जोशी ने कहा है कि बिजली आपूर्ति में व्यवधान का कोई खतरा नहीं है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के चरणजीत चन्नी सहित कई मुख्यमंत्रियों ने केंद्र को पत्र लिखा है।
उनका कहना है कि बिजली की स्थिति गंभीर हो गई है। इन्होंने राज्यों को कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप की अपील की है।