तुर्की पाकिस्तान का दोस्त रहा है। कश्मीर मामले में कई बार वो भारत के खिलाफ बोल चुका है। हाल ही में तुर्की के हागिया सोफिया म्यूजियम को मस्जिद में तब्दील करने के उसके फैसले की दुनियाभर में आलोचना हो चुकी है।
इस्लामिक देशों का खलीफा बनने की उसकी इच्छा के चलते पाकिस्तान और तुर्की को दुनिया में एक नए ध्रुव के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में अभिनेता आमिर खान की तुर्की यात्रा की पूरे सोशल मीडिया में आलोचना हो रही है।
दरअसल, हाल ही में भारतीय अभिनेता आमिर खान ने तुर्की की यात्रा कर वहां की फर्स्ट लेडी एमीन एर्दोगन से मुलाकात की।
आमिर खान ने मुलाकात का अनुरोध किया था। आमिर खान अपनी अगली फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग के लिए तुर्की गए हैं। तुर्की की मीडिया का कहना है कि आमिर खान वहां की तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर, सिनेमा के लिए एडवांस फ़ैसिलिटी और वर्कफोर्स कैपेसिटी से खुश हैं। इससे पहले उन्होंने वहां के दौरों मे इन चीजों को देखा था। तुर्की का पर्यटन मंत्रालय उनकी सहायता कर रहा है।
ऐसे में आमिर खान की यात्रा की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है।
ट्विटर पर एक यूजर कुमार लंगानी ने लिखा
आमिर खान तुर्की में शूटिंग कर रहे हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए कि जो देश कश्मीर के खिलाफ बोलता है, वहां पर जाकर उसकी तारीफ करते हैं। यही देश हमारा फायदा उठाती है।
यूजर सुबोध ने लिखा,
आमिर खान तुर्की गए और एर्दोगन से मिले। आमिर खान जानते हैं कि एर्दोगन ने हमेशा भारत विरोधी और कश्मीर विरोधी मोर्चा खोलता रहा है। पाकिस्तान का साथ देता है, उसके मंसूबे भी सब को पता है ऐसे में उनसे मुलाकात क्यों?
यूजर विकास सिंह ने लिखा,
आमिर खान इजरायल के पीएम से मिलने नहीं जाते हैं, लेकिन तुर्की के राष्ट्रपति से मुलाकात करते हैं और उन्हें तथाकथित शांतिप्रिय राष्ट्र के लिए मानवीय और सामाजिक परियोजनाओं के बारे में बताते हैं। अब कुछ बोलूंगा तो उनकी पत्नी को असुरक्षा महसूस होगा। फिर देशभर में असहिष्णुता वाला नाटक शुरू हो जाएगा।