नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की 'जन आक्रोश रैली' से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अमित शाह ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कांग्रेस की इस रैली को 'परिवार आक्रोश रैली' करार दिया।
शाह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'एक वंश और उनके दरबारी एक के बाद एक जनादेश के चलते राज्यों से बेदखल हो रहे हैं और अब वे जनाक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। आज की कांग्रेस रैली कुछ नहीं है बल्कि परिवार आक्रोश रैली है, जो उनकी घटती प्रासंगिकता का परिचय देती है।'
अगले ट्वीट में अमित शाह ने लिखा, 'आज परिवार आक्रोश रैली में भारत के प्रति नफरत देखेंगे। असल में कांग्रेस यह हजम नहीं कर पा रही है कि 125 करोड़ भारतीयों ने उनकी विकास विरोधी और विभाजनकारी राजनीति को खारिज कर दिया है। कांग्रेस की विभानजकारी राजनीति पूरी तरह एक्सपोज हो गई है।'
शाह ने कांग्रेस की लगातार हो रही चुनावी हार पर चुटकी लेते हुए कि यदि वह जन आक्रोश देखना चाहती है तो उसे अपनी लगातार हो रही हारों को देखना चाहिए। जनता कांग्रेस के झूठ, खोखले वादों, करप्शन और सांप्रदायिकता को खारिज कर रही है।
संसद बाधित होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए शाह ने लिखा कि यदि कांग्रेस जन आक्रोश के बारे में जानना चाहती है तो उसे यह बताना चाहिए कि वह संसद क्यों नहीं चलने दे रही। उन्हें यह बताना चाहिए कि कांग्रेस ओबीसी आयोग के गठन में बाधा क्यों डाल रही है, जिससे पिछड़े वर्ग के लोगों को न्याय मिल सकता है?
शाह ने ट्वीट किया, 'मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश के संस्थानों को अस्थिर करने के प्रयासों पर माफी मांगेंगे। उन्होंने सत्ता की अपनी भूख के लिए यह किया है।' बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की इस नकारात्मक और मुद्दों से भटकाने की राजनीति से देश थक चुका है।
कर्नाटक में शाह की भी रैली :
कर्नाटक में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी के 3 स्टार प्रचारकों ने मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। ये स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में 12 मई को मतदान होना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी कर्नाटक में 15 रैलियां करेंगे, वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 30 रैलियों को संबोधित करेंगे। सीएम योगी भी कर्नाटक में 20 रैलियों को संबोधित करेंगे।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी 15 से ज्यादा रैलियों को भी संबोधित कर सकते हैं। सियासी पार्टियों के पास दो हफ्ते से भी कम का समय बचा है क्योंकि कैंपेनिंग 10 मई को खत्म हो जाएगी इसलिए पार्टी स्टार कैंपेनर्स को मैदान में उतारेगी, जिससे बेहतर चुनावी माहौल तैयार किया जा सके। (एजेंसी)