नई दिल्ली। विपक्षी महागठबंधन को झूठ पर आधारित अवधारणा, ढकोसला और भ्रांति करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भाजपा 'मेकिंग इंडिया' में लगी है, तो कांग्रेस 'ब्रेकिंग इंडिया' में जुटी है।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी के पहले दिन की बैठक समाप्त होने के बाद पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाताओं को बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने भाषण में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाई गई जनकल्याणकारी योजनाओं समेत करीब 15 विषयों पर विस्तृत चर्चा की।
शाह ने अपने संबोधन के दौरान संसद के पिछले सत्र में सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को हताशा में उठाया गया कदम करार दिया। अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचना के बीच भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता अर्थव्यवस्था को लेकर 'पी. चिदंबरम एंड कंपनी' द्वारा फैलाई जा रही भ्रांतियों को तथ्यों के आधार पर चुनौती दें।
शाह ने कहा कि भाजपा इंडिया को बनाने का काम कर रही है। भाजपा 'मेकिंग इंडिया' के लिए प्रयासरत है जबकि कांग्रेस 'ब्रेकिंग इंडिया' में जुटी है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की पहचान 'ब्रेकिंग इंडिया' समूहों के साथ होती है।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति आज काफी बेहतर है तथा फ्रांस को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया की 6ठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। सरकार की आर्थिक समावेशीकरण की पहल के तहत योजनाओं का लाभ गरीब, ओबीसी, महिलाओं, युवाओं समेत समाज के सभी वर्गों को मिल रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने किसानों को समर्थन मूल्य में वृद्धि एवं सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाने का जिक्र किया। उन्होंने आर्थिक सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि 3 लाख फर्जी कंपनियों को समाप्त किया गया है जिससे कालाधन पर अंकुश लगाने में मदद मिली है।
भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी का जिक्र करते हुए जोर दिया कि किसी भी घुसपैठिये को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने संसद में 2016 में पेश नागरिकता संशोधन विधेयक का भी जिक्र किया। तीन तलाक का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि कई इस्लामिक देशों में इस बारे में कानून है और वहां यह मुद्दा नहीं है लेकिन कांग्रेस ने राज्यसभा में पाखंड का परिचय देते हुए इसमें अड़ंगा लगाया।
भाजपा अध्यक्ष ने शहरी नक्सली (अर्बन नक्सल) का जिक्र किया और इस विषय को उठाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। शाह ने इस बारे में कदम उठाने के लिए महाराष्ट्र सरकार और वहां के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की सराहना की। शाह ने अपने भाषण में महागठबंधन को झूठ पर आधारित गठबंधन बताया और कार्यकर्ताओं से अपील कि इसका सच देश की जनता तक ले जाएं।
अमित शाह ने कहा कि सभी कार्यकर्ता सरकार के अच्छे कामों को लोगों के सामने लेकर आएं। शाह ने अपने भाषण की शुरुआत के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वाजपेयी के निधन के बाद देश की राजनीति में जो रिक्तता आई है, उसको भरना संभव नहीं।
उन्होंने कहा कि हम इस तरह से राष्ट्रीय नागरिक पंजी. का कार्यान्वयन करेंगे कि एक भी नया घुसपैठिया भारत में नहीं आ सकेगा। शाह ने कहा कि 2019 का चुनाव मोदी सरकार की उपलब्धियों और हमारे संगठन की शक्ति के आधार पर लड़ा जाएगा।
बैठक में केरल और देश के अन्य हिस्सों में आई बाढ़ पर विस्तृत चर्चा की गई और सभी से राहत कार्यों में जुड़े रहने की अपील की। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत आदि नेताओं ने हिस्सा लिया।
इससे पहले शनिवार सुबह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं प्रदेश इकाई के अध्यक्षों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। शाह ने कहा कि अगले वर्ष होने वाले चुनाव में पार्टी 2014 से भी अधिक बहुमत से सरकार बनाएगी। ऐसा उन्हें पूरा विश्वास है, क्योंकि संकल्प की शक्ति को कोई पराजित नहीं कर सकता है। पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं राज्य इकाई के अध्यक्षों की बैठक में अजेय भाजपा के नारे को अंगीकार किया गया। (भाषा)