नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता और विधायक मनजिन्दर सिंह सिरसा को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने पर मार्शल के जरिए बाहर कर दिया गया। सदस्यों के शांत नहीं होने पर अध्यक्ष ने दोनों को सदन से बाहर करने के लिए मार्शल को निर्देश दिया।
विधानसभा का चार दिन का मानसून सत्र आज से ही शुरू हुआ। विपक्षी सदस्यों के हंगामा करने और सदन की कार्यवाही में बाधा नहीं डालने के लिए अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बार-बार आग्रह किया। अध्यक्ष के आग्रह करने पर दोनों विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए और लगातार शोरशराबा करते रहे। सदस्यों के शांत नहीं होने पर अध्यक्ष ने दोनों को सदन से बाहर करने के लिए मार्शल को निर्देश दिया।
सदन की कार्यवाही जैसे ही प्रारंभ हुई, दोनों सदस्य सदन के बीच में आकर अपनी बात जोर जोर से कहने लगे। दोनों ने चंड़ीगढ़ में एक युवती के साथ कथित छेड़छाड़ पर चर्चा कराए जाने का विरोध किया। शोरशराबे की वजह से सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।
विपक्ष के नेता कि मांग थी कि रविवार को गटर की सफाई के दौरान दम घुटने से तीन सफाई कर्मचारियों की मौत पर भी सदन में चर्चा कराई जानी चाहिए, लेकिन उनकी यह मांग खारिज कर दी गई और कार्यवाही कुछ देर स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही जैसे ही फिर शुरू हुई, दोनों फिर बीच में आ गए और जोर-जोर से अपनी बात कहने लगे। अध्यक्ष के बार-बार आग्रह और जगह पर वापस जाने की अपील को दोनों ने अनसुना कर दिया। दोनों के लगातार शोरशराबा करते रहने पर गोयल ने पहले गुप्ता को मार्शल के जरिए बाहर करने आदेश दिया। इसके बाद सिरसा ने विरोध जारी रखा, फिर उन्हें भी मार्शल ने बाहर निकाल दिया।
चार दिन के मानसून सत्र में अरविन्द केजरीवाल सरकार तीन विधेयक फिर से पेश करेगी। इनमें न्यूनतम वेतन (दिल्ली) संशोधन विधेयक 2015, नागरिकों को सेवाओं के समय से डिलीवरी संशोधन विधेयक और एनएसआईटी संशोधन विधेयक शामिल हैं। (वार्ता)