International Yoga Day: केंद्रीय गृहमंत्री अमित (Amit Shah) शाह ने शुक्रवार को अहमदाबाद में कहा कि भारत ने मानवता को काफी कुछ दिया है लेकिन योग (Yoga) विश्व को दिया गया सबसे बड़ा उपहार है। शाह ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अहमदाबाद के एक उद्यान में योगाभ्यास करने के बाद यह बात कही।
शाह ने कहा कि यह दिन एक विशेष महत्व इसीलिए रखता है, क्योंकि ये 10वां योग दिवस है। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा। उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर 170 से अधिक देशों ने योग दिवस मनाने को सहमति दी। शाह ने अपने संबोधन में कहा कि आज पूरा विश्व योग को स्वीकार रहा है, लोग सीख रहे हैं और दूसरों को सिखा रहे हैं।
भारत ने मानवता को काफी कुछ दिया : मंत्री ने कहा कि भारत ने मानवता को काफी कुछ दिया है। लेकिन अगर कोई सबसे बड़ा उपहार दिया है तो वह योग है। अपने मन के अंदर की शक्तियों को आत्मा से जोड़ने का योग से बड़ा कोई और माध्यम नहीं हो सकता। योग आज के जमाने में प्रचलित कई रोगों का उपाय भी है। यह दवा-मुक्त जीवन जीने का एकमात्र तरीका है जिसकी हमारे संतों ने कल्पना की थी।
सवा करोड़ से ज्यादा लोगों ने शुक्रवार को योगाभ्यास किया : शाह ने कहा कि सिर्फ गुजरात में लगभग सवा करोड़ से ज्यादा लोगों ने शुक्रवार को योगाभ्यास किया। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने योग को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय काम किया है।
वेदों में दिया गया है 'वसुधैव कुटुम्बकम्' का सूत्र : शाह ने कहा कि हमारे वेदों द्वारा दिए गए 'वसुधैव कुटुम्बकम्' के सूत्र को चरितार्थ करने का काम योग कर रहा है। आज का दिन बहुत जरूरी है। सभी के कल्याण के मंत्र को जमीन पर उतारने के लिए भी निरंतर योगाभ्यास जरूरी है। अगर हम सभी के कल्याण को ध्यान में रखें तो हम अपने ग्रह पृथ्वी को बचा सकते हैं।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta