Amit Shah targeted Rahul Gandhi on reservation : केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और लोकसभा में उसके नेता राहुल गांधी पर देश विरोधी बातें करने तथा देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने देश की सुरक्षा को हमेशा खतरे में डाला है।
केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने आरक्षण संबंधी टिप्पणी के लिए भी राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि जब तक उनकी पार्टी है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।
राहुल अभी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वर्जीनिया के उपनगर हर्नडॉन सहित कई अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित किया और भारत में लोकतंत्र तथा चुनाव सहित कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा। भाजपा के नेता उनकी टिप्पणियों को भारत विरोधी बता रहे हैं और उन पर पिछले कुछ दिनों से हमले कर रहे हैं।
राहुल ने मंगलवार को वॉशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में लोकतंत्र को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया है लेकिन अब लोकतंत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है। शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, देश विरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है।
उन्होंने कहा कि भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने आरक्षण को समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। उन्होंने कहा, मन के विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाती है।
उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। राहुल गांधी ने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद के दौरान सोमवार को कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour