भारतीय वायुसेना के अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। चीन के साथ सीमा से सिर्फ 25 किमी दूर दुनिया के सबसे ऊंचे उन्नत लैंडिंग ग्राउंड में से एक लद्दाख में अपनी कम उड़ान संचालन क्षमता का प्रदर्शन किया है। अपाचे लद्दाख क्षेत्र में पिछले साल मई-जून से काम कर रहा है।
भारतीय वायुसेना के विशेष बलों ने लगभग 13,500 फुट की ऊंचाई पर न्योमा एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड पर चिनूक हैवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर से विशेष अभियान चलाने की क्षमता का प्रदर्शन किया। अपाचे हेलीकॉप्टर की डिजिटल कनेक्टिविटी और अत्याधुनिक सूचना प्रणाली इसे खतरनाक बनाती है। अपाचे में जिस तरह की तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है, वे इसे दुर्गम स्थानों पर भी कारगर मारक क्षमता और सटीक सूचनाएं उपलब्ध करती हैं।
सघन पर्वतीय क्षेत्रों में यह सबसे कारगर हेलीकॉप्टर है, जो पहाड़ियों और घाटियों में छिपे दुश्मन को भी आसानी से तलाशकर सटीक निशाना साध सकता है। इसे कई तरह के बड़े बम, बंदूकों और मिसाइलों से लैस किया जा सकता है।