क्यों डर रही हैं मुलायम की छोटी बहू...
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ की कैंट सीट से भाजपा उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ चुनाव हारने वाली मुलायमसिंह यादव की छोटी बहू बहू अपर्णा यादव को परिवार और पार्टी टूटने का भय सता रहा है।
प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा ने एबीपी न्यूज से चर्चा के दौरान कहा कि मुझे जानबूझकर मुश्किल सीट दी गई। कैंट सीट से समाजवादी पार्टी को कभी जीत नहीं मिली। अखिलेश यादव पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मुझे अपनों ने ही हराया। मैं वहीं से हारी जहां सपा के वोट थे। दरअसल, मुझे जानबूझकर हराया गया। हार से ही अपने और पराए की पहचान होती है।
उन्होंने कहा कि पार्टी और परिवार में जो हालात बने हुए हैं, उससे पार्टी और परिवार टूटने का खतरा बना हुआ है। हालांकि उन्होंने कहा कि भैया (अखिलेश यादव) पार्टी के मुखिया होने के नाते हमारे सुप्रीमो हैं। अपर्णा ने कहा कि पार्टी के भीतर युद्ध नहीं होना चाहिए। हम चुनाव वैचारिक मतभेद के चलते ही हारे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए अपर्णा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की हार के लिए ईवीएम दोषी नहीं हैं। ईवीएम के रहते ही एक बार राज्य में सपा की सरकार बन चुकी है। कांग्रेस से गठबंधन की बात पर मुलायम की बहू ने कहा कि सपा और कांग्रेस की विचारधारा एक जैसी ही है। अब हमें हार का विचार छोड़कर आगे के बारे में सोचना चाहिए, जो हो गया सो हो गया।
अपर्णा ने कहा कि अखिलेश यादव को पार्टी प्रमुख का पद छोड़ देना चाहिए और मुलायमसिंह को पार्टी की कमान संभालना चाहिए। नेताजी तो वटवृक्ष के समान हैं। राजनीति के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उनका राजनीति से मोह भंग नहीं हुआ है। दरअसल, राजनीति की शुरुआत विधानसभा या फिर और नीचे सभासद से ही की जानी चाहिए। अपर्णा ने अखिलेश पर पलटने का भी आरोप लगाया।
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