नई दिल्ली। सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कश्मीर घाटी में पत्थरबाज़ी की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि पत्थरबाज आतंकवादियों के सफेदपोश सहयोगी हैं और उनसे कड़ाई से निपटा जाना चाहिए।
शुक्रवार को कश्मीर में सीमा सड़क संगठन की टीम की सुरक्षा में तैनात 22 वर्षीय जवान राजेन्द्र सिंह की पत्थरबाज़ों द्वारा की गई हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए जनरल रावत ने अपने पुराने रुख को दोहराते हुए कहा कि पत्थरबाज़ आतंकवादी संगठनों के सफेदपोश कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने सवाल किया कि अगर वे पत्थर मार कर लोगों की हत्या कर रहे हैं तो क्या वे आतंकवादी नहीं बन रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि पत्थर चलाने से किसी को कुछ हासिल नहीं होगा और ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।'
'इन्फेन्ट्री डे' के मौके पर इंडिया गेट पर शहीद सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किए जाने के मौके पर जनरल रावत ने कहा कि सेना ने इस मामले में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान के हुक्मरान सीमापार आतंकवाद को समर्थन देते रहे तो सेना 'दूसरी तरह की कार्रवाई' भी कर सकती है। (वार्ता)