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कोर्ट में ED का दावा, 100 करोड़ की रिश्वत ली, 600 करोड़ का घोटाला, साजिशकर्ता केजरीवाल,विजय नायर है राइट हैंड

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 22 मार्च 2024 (17:12 IST)
Delhi Liquor Policy Case: दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट में केजरीवाल को पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट से 10 दिनों की कस्‍टडी मांगी है।

इस दौरान ईडी ने कोर्ट में केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि केजरीवाल ने 100 करोड़ की रिश्वत ली है और यह पूरा घोटाला 600 करोड़ का है। 45 करोड़ रुपए गोवा ट्रांसफर किए गए। जबकि इस पूरे मामले का बिचौलिया विजय नायर अरविंद केजरीवाल का राइटहैंड है।

कई सबूत मिटाए केजरीवाल ने : ईडी ने बताया कि कई फोन तोडे गए हैं, कई इलेक्‍ट्रॉनिक और डिजिटल सबूत मिटाए गए हैं। ईडी ने कोर्ट में बताया कि क्‍यों अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया और बताया कि घोटाले की तह तक जाने के लिए उनकी रिमांड जरूरी है। ईडी ने अपनी तरफ से केजरीवाल के खिलाफ बहुत पुष्‍ठ तर्क रखा और 10 दिन की कस्‍टडी मांगी है।

कौन है सुनवाई में : बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर सुनवाई जारी है। ED ने उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया है। सुनवाई जज कावेरी बावेजा कर रही थी। अरविंद केजरीवाल और उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में मौजूद थे।

10 दिन की रिमांड मांगी : ED ने 10 दिन की रिमांड मांगी है। ED ने 28 पेजों की रिपोर्ट जज के सामने पेश की है और उसमें बताया गया कि केजरीवाल की गिरफ्तारी क्यों जरूरी थी? ED ने एक डिटेल रिमांड नोट तैयार किया है। इसमें शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिसे ED टीम ने जज के सामने रखा है।

100 करोड़ रिश्वत का आरोप : कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए ASG राजू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जानबूझकर समन की अवहेलना की। घर पर पड़े छापे के दौरान भी केजरीवाल ने जांच में सहयोग नहीं किया। शराब घोटाले में करीब 100 करोड़ की रिश्वत ली गई और पूरा घोटाला करीब 600 करोड़ का है। हवाला के जरिए 45 करोड़ रुपए गोवा ट्रांसफर किए गए। विधायकों को पैसे कैश में दिए गए, जो आबकारी नीति में गड़बड़ करने पर मिले थे। हमने मनी ट्रेल की जांच की है। कॉल रिकॉर्ड है। चैट भी है। विजय नायर ने मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाई। नकदी इकट्ठा करना और लोगों को धमकाना का काम विजय नायर ने किया।

घोटाले में केजरीवाल की सीधी भूमिका : कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए ED ने कहा कि विजय नायर केजरीवाल के आवास के पास ही रहता था। वह आप पार्टी का मीडिया इंचार्ज था। विजय नायर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था। साउथ ग्रुप में मिडिल मैन की भूमिका में था। मनीष सिसोदिया ने भी मामले में मुख्य भूमिका निभाई, इसलिए सिसोदिया की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की। मनीष सिसोदिया ने विजय नायर को केजरीवाल के घर बुलाया और शराब नीति से जुड़े दस्तावेज दिए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही घोटाले के मुख्य साज़िशकर्ता हैं। आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल की सीधी भूमिका है। किंगपिन हैं केजरीवाल, इसलिए हमने 24 घंटे के अंदर केजरीवाल को पेश कर दिया है।

राइट हैंड विजय नायर : ASG राजू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के सरगना है। उन्होंने मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के साथ मिलकर साजिश रची। विजय नायर केजरीवाल का राइट हैंड है। वह केजरीवाल के लिए कीकबैक इकट्ठा करता था। पॉलिसी लागू कराना और जो न माने उसे धमकाने का काम करता था। सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ा ने अपने बयान में खुलासा किया कि विजय नायर के निर्देश पर उसने 31 करोड़ रुपए दिए थे। साउथ ग्रुप से मिले 45 करोड़ का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने 2021-22 में गोवा में इलेक्शन कैंपेन में किया। पूरे मामले के सूत्रधार अरविंद केजरीवाल हैं और वही मुख्य आरोपी हैं, इसलिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी थी और रिमांड भी जरूरी है, ताकि घोटाले की सारी परतें खोली जा सकें।
Edited by Navin Rangiyal

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