नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अभी भी एम्स के आईसीयू में हैं, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम चौबीसों घंटे उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। चिकित्सकों को उम्मीद है कि अगले कुछ दिन में वे पूरी तरह ठीक हो जाएंगे।
एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार को कहा था कि 93 वर्षीय नेता के स्वास्थ्य में खासा सुधार आया है और चिकित्सकों को उम्मीद है कि अगले कुछ दिन में वे पूरी तरह ठीक हो जाएंगे। गुलेरिया ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री को किडनी में संक्रमण, छाती में जकड़न और यूरिन आउटपुट (मूत्र की मात्रा) कम होने की परेशानी के चलते 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उन्होंने कहा था कि डॉक्टरों की टीम ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति का तत्काल मूल्यांकन किया और इंजेक्शनों के जरिए एंटीबायोटिक दवाएं देनी शुरू कर दीं। यूरिन आउटपुट कम होने के कारण धीमी गति से डायलिसिस किया गया।
आज वाजपेयी का हालचाल पूछने वाले नेताओं में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के महासचिव भैयाजी जोशी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शामिल हैं।
अभी तक वाजपेयी का हालचाल पूछने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा प्रमुख अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले और श्रममंत्री संतोष गंगवार एम्स पहुंचे थे। (भाषा)