अयोध्या। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार को अयोध्या में विराजमान रामलला के दरबार में जल्द मंदिर निर्माण की मन्नत मागेंगे। सेना प्रवक्ता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में ही बनेगा।
शिवसेना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ही राम मंदिर के लिए सुप्रीम कोर्ट हैं। भाजपा को राम मंदिर की याद दिलाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और 2020 में राज्यसभा में भी पूर्ण बहुमत हो जाएगा। सभी मामले उच्च्चतम न्यायालय में नहीं हल होते हैं। कुछ मामलों का हल दूसरे तरीके से भी किया जाता है।
देश की जनता ने लोकसभा चुनाव में प्रखर बहुमत से मोदी में विश्वास व्यक्त किया है। अब समय आ गया है कि मोदी और योगी के नेतृत्व में राम मंदिर बने और शिवसेना इसमें अपनी भागीदारी एक कारसेवा के रूप में करे।
शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को प्रखर राष्ट्रवाद के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं, इसलिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे चुनाव के पहले नवंबर 2018 में अयोध्या आए थे और रामलला के दरबार में दर्शन करने पर यह वादा किया था कि चुनाव के बाद फिर अयोध्या में आकर रामलला के दर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि वही वादा पूरा करने रविवार को शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे परिवार सहित आएंगे और शिवसेना के 18 सांसदों के साथ 10 बजे रामलला का दर्शन करेंगे। ठाकरे रामलला से दर्शन में यह प्रार्थना करेंगे कि अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो।
रावत ने कहा कि अयोध्या में रामलला का दर्शन हो या मंदिर बनवाने का प्रण हो, यह राजनीति नहीं आस्था का विषय है। हम लोगों ने न राम के नाम पर वोट नहीं मांगा है और न मांगेंगे। इस बार जनता ने विकास के मुद्दे पर पूर्ण बहुमत नरेन्द्र मोदी को दिया है।
शिवसेना प्रमुख दर्शन करने के बाद रविवार शाम को वापस मुंबई लौट जाएंगे। उन्होंने कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा एवं शिवसेना के बीच समझौता हो चुका है और दोनों पार्टियां साथ चुनाव लड़ेंगी। (वार्ता)