नई दिल्ली। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत फर्जीवाड़ा करने के आरोप में 171 अस्पतालों को पैनल से बाहर कर दिया गया है तथा अस्पतालों पर 4.5 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने शुक्रवार को बताया कि उत्तराखंड और झारखंड के 6 अस्पतालों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। बयान में कहा कि 171 अस्पतालों को पहले ही पैनल से बहार किया जा चुका है। कदाचार में शामिल अस्पतालों पर 4.5 करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया गया है।
योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2018 में की थी। इसमें 10.74 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जाता है। योजना के तहत अब तक स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने वालों की संख्या 20 लाख के पार निकल गई है।
योजना के तहत अब तक 3.07 करोड़ लाभार्थियों को पीएम-जेएवाई का ई-कार्ड जारी किया गया। योजना के तहत 15,400 अस्पताल को जोड़ा गया है। इसमें से 50 प्रतिशत निजी अस्पताल हैं।