सोनू निगम के सोशल मीडिया पर अज़ान के बारे में दिए गए बयान का मामला अभी चल ही रहा है, लेकिन इस बीच एक ऐसे मुस्लिम व्यक्ति के बारे में पता चला है जो कहते हैं कि लाउड स्पीकर पर अज़ान देना इस्लाम का हिस्सा नहीं है। मुंबई का रहने वाले मोहम्मद अली उर्फ बाबूभाई लाउडस्पीकर के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में बाबूभाई ने बताया कि लाउडस्पीकर के खिलाफ 20 साल से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। बाबूभाई के अनुसार, लाउडस्पीकर से दी गई अजान गैर इस्लामिक है। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर 100 साल से आया है, जबकि इस्लाम धर्म 1400 साल पुराना और मुकम्मल है।
बाबूभाई लाउडस्पीकर का खुलकर विरोध करते हैं। उन्होंने लाउडस्पीकर दी गई अजाम को बंद कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी, लेकिन उनके पास कम पैसे थे, इसलिए उन्होंने इस मामले की खुद ही पैरवी की। बाबूभाई का मानना है कि लाउडस्पीकर का प्रयोग किया जाना धर्म का हिस्सा नहीं है और न ही इसे हटाने से धर्म पर किसी तरह का खतरा है।
उन्होंने कहा कि धर्म लगड़ा नहीं है, जिसे बैसाखी देकर ताकतवर बनाया जाए। बाबूभाई ने कुरान के हवाले से मुंबई के बेहराम पाड़ा और भारत नगर जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों की सात मस्जिदों पर से सारे लाउडस्पीकर बंद करा दिए हैं।