Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

बगदादी की सेना में हैं 2 भारतीय

हमें फॉलो करें बगदादी की सेना में हैं 2 भारतीय
नई दिल्ली , सोमवार, 25 जनवरी 2016 (11:06 IST)
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस से ठीक पहले हैदराबाद से धरे गए संदिग्धों के बयान से सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। उल्लेखनीय है कि देश के 12 राज्यों से अब तक 19 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से कुछ का संपर्क सीधे आईएस प्रमुख अल बगदादी से था। एनआईए की पूछताछ में हैरान करने वाली बातें सामने आई हैं। 4 संदिग्धों  से की गई पूछताछ से पता चला है कि उनके 2 दोस्त बगदादी की फौज में शामिल हैं और सीरिया में आईएसआईएस के लिए लड़ रहे हैं।



 
जानकारी के मुताबिक दोनों लड़ाके हैदराबाद के मेहदीपतनम इलाके से हैं। दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और एक आईटी कंपनी में कार्यरत थे। पूछताछ में संदिग्धों ने बताया कि उनके दोनों दोस्त सीधे सीरिया नहीं पहुंचे, बल्कि अलग-अलग रास्तों से गए। लगभग 3 महीने पहले एक ने दुबई से तो दूसरे ने सिंगापुर से सीरिया के लिए उड़ान भरी।

गणतंत्र दिवस के पहले कथित तौर पर हमले करने की योजना बनाने के संदेह में एनआईए और अन्य केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने शुक्रवार और शनिवार को 19 लोगों को गिरफ्तार किया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में मुदब्बीर मुश्ताक शेख है, जो आईएसआईएस की भारतीय इकाई जनूद-उल-खलीफा-ए-हिन्द (भारत के खलीफा की सेना) का स्वयंभू ‘अमीर’ (प्रमुख) है। संगठन को खड़ा करने के पीछे मुख्य रूप से यही शख्स जिम्मेदार है। इससे पहले वैश्विक आतंकी संगठन ने उपमहाद्वीप में अपना आधार बनाने की कई बार कोशिशें की थीं, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली।

दूसरी ओर, रविवार शाम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार शाम को सर्च ऑपरेशन के दौरान एक संदिग्ध को गांव में बैग लेकर भागते हुए पकड़ा। उसके बैग में से एके-47, 2 मैगजीन, 60 राउंड और 1 ग्रेनेड बरामद किए गए।

महाराष्ट्र एटीएस ने खूंखार आतंकवादी संगठन इस्‍लामिक स्‍टेट (आईएस) के भारत में बढ़ते प्रभाव को स्वीकार किया है। मुंबई के एंटी टेररिज्‍म स्‍क्‍वॉड (एटीएस) के प्रमुख विवेक फंसालकर ने कहा कि महाराष्‍ट्र सहित 10 से 12 राज्‍यों में आईएस का प्रभाव साफतौर पर देखा जा सकता है। आईएस अपना प्रभाव फैलाने के लिए इंटरनेट का काफी इस्‍तेमाल कर रहा है।

उन्‍होंने बताया कि एटीएस ने युवाओं को प्रभावित करने के लिए इस्‍तेमाल हो रहे ऐसी 94 वेबसाइट्स को ब्‍लॉक कर दिया है। फंसालकर ने कहा कि हम वेबसाइट्स और सोशल मीडिया साइट्स पर नजर रख रहे हैं। जिस भी वेबसाइट का इस्‍तेमाल आईएस की विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है, हम उसे ब्‍लॉक कर रहे हैं।

गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस से पहले आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को देशभर से कुख्यात आतंकी संगठन आईएस से जुड़े 19 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इन सभी को कर्नाटक, हैदराबाद, महाराष्ट्र, यूपी और राजस्थान से दबोचा गया।  कर्नाटक से 6, हैदरबाद से 4, महाराष्ट्र से 2 और राजस्थान और यूपी से 1-1 और अन्य जगहों से मिलाकर कुल 19 संदिग्ध गिरफ्तार किए है।
 
गृहमंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, सभी संदिग्धों ने जनूद-उल-खलीफा-ए-हिन्द नामक संगठन बना रखा था। इसकी विचारधारा आईएस जैसी है। मुंबई के रहने वाले मनबीर मुश्ताक इस संगठन का चीफ था। सभी संदिग्ध संगठन के मुखिया मनबीर के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे। ये देश के विभिन्न प्रतिष्ठानों पर बम विस्फोट और विदेशियों पर हमला करने की तैयारी में कर रहे थे।
 
एनआईए ने राज्यों की पुलिस से सहयोग करके आईएस के इन संदिग्धों को गिरफ्त में लिया है। इन्हें विस्तृत पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जा रहा है। ये सभी आईएस के आॠनलाइन कैंपेन से भी जुड़े हुए थे। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि जनूद-उल-खलीफा-ए-हिन्द संगठन की जड़ें देश में कई जगह फैली हैं।
 
एनआईए ने संदिग्धों के पास से 42 मोबाइल फोन बरामद किए गए जिसमें से 8 मोबाइल फोन अकेले संगठन के मुखिया मनबीर के पास थे। इसके अलावा विस्फोट सामग्री, डेटोनेटर्स, तार, बैटरियां और हाईड्रोजन पैराआॠक्साइड के अलावा जिहादी साहित्य भी बरामद हुआ। मनबीर के फोन से पता चला है कि उसे विदेशों से हवाला के जरिए धन भी मिल रहा था। केमिकल इंजीनियर भी कर्नाटक से पकड़े गए संदिग्धों में से एक केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi