नई दिल्ली, अगस्त महीने की शुरुआत से बैंक और एटीएम से संबंधित कई नियम बदल रहे हैं। अब साप्ताहिक अवकाश या सरकारी छुट्टियों के दिन भी वेतन या पेंशन आपके खाते में मिल सकेगी। यानी अगर 30, 31 तारीख को अगर शनिवार-रविवार या फिर कोई घोषित अवकाश आता है तो भी सैलरी, पेंशन आपके खाते में आएगी।
हालांकि दूसरी तरफ बैंकों से एटीएम से धन निकासी यानी केश विथड्रॉल के लिए अब ज्यादा शुल्क देना होगा।
आईसीआईसीआई बैंक ने भी बैंकिंग शुल्कों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है।
एक अगस्त से एटीएम से धन निकासी महंगी हो गई है, क्योंकि एटीएम के जरिये एक बैंक से दूसरे बैंक के बीच वित्तीय लेन-देन पर लगने वाली इंटरचेंज फीस को आरबीआई ने 15 से बढ़ाकर 17 रुपए कर दिया है। आरबीआई ने यह फैसला जून में लिया था जो 1 अगस्त से लागू हो चुका है।
ICICI बैंक ने ATM लेन-देन शुल्क बढ़ाया
आईसीआईसीआई बैंक ने भी घरेलू बचत खाताधारकों के लिए एटीएम लेन-देन का शुल्क और चेक बुक चार्ज 1 अगस्त से बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। बैंक डिपॉजिट और निकासी दोनों के लिए ही शुल्क में बदलाव किया गया है। अब एटीएम से सिर्फ चार बार ही मुफ्त लेन-देन हो सकेगा। बैंक की वेबसाइट के अनुसार चार बार से ज्यादा नकद निकासी पर 150 रुपए का भारी भरकम शुल्क लगाया जाएगा।
इधर स्टेट बैंक (SBI) ने एक जुलाई से ही एटीएम से मुफ्त नकद निकासी की संख्या सीमित कर दी है। एसबीआई ने हर माह चार बार से ज्यादा एटीएम या बैंक शाखा से नकद निकासी पर शुल्क लगा दिया है।
बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट के खाताधारकों को 1 जुलाई से चार बार से ज्यादा एटीएम या शाखा से नकद निकासी पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा। देश में करीब एक तिहाई बैंकिंग बचत खाताधारक एसबीआई के ही हैं। इन एसबीआई खाताधारकों को एक साल में चेकबुक की 10 से ज्यादी लीव के इस्तेमाल पर भी अतिरिक्त शुल्क देना होगा।