नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकारी बैंकों के सफलतापूवर्क चुनौतियों का सामना करने की उम्मीद जताते हुए कहा कि बैंकों की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए करदाताओं ने बलिदान दिया है।
जेटली ने कहा कि करदाताओं के धन को बीमार बैंकिंग प्रणाली में लगाया जा रहा है और मजबूत अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ने में मदद के लिए हालत सुधारने हेतु अब जिम्मेदारी इस क्षेत्र की है।
मंत्री ने यहां यूको बैंक के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकिंग प्रणाली के लचीलेपन की परीक्षा हो रही है और यह क्षेत्र कई चुनौतियों से गुजर रहा है।
जेटली ने कहा कि भारत कई ढांचागत सुधार करने वाली एकमात्र अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि हम लगातार तीन वर्ष से सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं, हम विश्व की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं और हम विश्व की ऐसी एकमात्र अर्थव्यवस्था हैं जिसने ढांचागत सुधार करने का साहस दिखाया।