कलबुर्गी, एक तरफ जहां देशभर में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मनाने के लिए रक्षाबंधन की तैयारी की जा रही है, वहीं एक बहनों द्वारा भाई की हत्या का सनसनीखेज और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रक्षाबंधन से ठीक पहले इस घटना के बारे में जिसने भी सुना वो हैरान है। दरअसल, दो बहनों ने अपने ही सगे भाई की हत्या करवा दी। पुलिस ने दोनों बहनों को गिरफ्तार किया है।
मामला कर्नाटक के कलबुर्गी (Kalaburagi) का है। यहां भाई की हत्या के मामले में उसकी दो सगी बहनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि दोनों बहनों के अपने भाई के साथ मतभेद थे। इसी वजह से दोनों ने मिलकर जुलाई के अंत में अपने भाई की हत्या के लिए चार हत्यारों को सुपारी दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, बहनों ने पुलिस को बताया कि उनका भाई कथित तौर पर बहुत सख्त मिजाज का था। वह दोनों के निजी जिदंगी में बार-बार दखल देता था। इसी वजह से दोनों बहनों की शादी तक टूट गई थी। इससे नाराज बहनों ने भाई को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कराई। पुलिस ने दोनों बहनों और 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 वर्षीय नागराज मातामारी कलबुर्गी के गाजीपुर के रहने वाले थे। 29 जुलाई को उनका शव अलंद रोड पर भोसागा क्रॉसिंग में मिला था। पहचान छिपाने के लिए सिर को किसी बड़े पत्थर से कुचल दिया गया था। जांच के बाद पुलिस ने उनकी बहनों अनीता और मीनाक्षी को गिरफ्तार किया। अनीता-मीनाक्षी के बयान के आधार पर सुपारी किलर्स अविनाश, आसिफ, रोहित और मोहसिन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों बहनें कई साल पहले अपने-अपने पतियों से अलग हो गई थीं। इसके बाद वो कलबुर्गी कस्बे में भाई नागराज और मां के साथ रह रही थीं। इससे नागराज कथित तौर पर गुस्से में थे। नागराज को शक था कि उनकी बहनें पति से अलग होने के बाद कथित तौर पर दूसरों के साथ रिलेशन में हैं। उन्होंने कई बार अपनी बहनों से अपने पार्टनर से शादी करने या घर छोड़ने को कहा था। इसी को लेकर भाई-बहनों के बीच अनबन चल रही थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि बहनों को अपने भाई की बार-बार रोक-टोक और निजी जीवन के बारे में सलाह देना पसंद नहीं था। इसलिए बहनों ने कथित तौर पर भाई को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इसके लिए सुपारी हत्यारों की मदद ली गई।