जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के बाद अब भाजपा में बवाल मचा हुआ है। वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे सिंधिया के समर्थकों ने राज्य के 26 जिलों में अपनी अलग टीम बना ली है।
वसुंधरा राजे समर्थकों ने सोशल मीडिया पर पेज भी बनाया गया है जिसमें साल 2023 में अगला लक्ष्य मुख्यमंत्री के तौर पर वसुंधरा राजे को बनाए जाना रखा है। इतना ही नहीं वसुंधरों समर्थक पदाधिकारियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गई है।
इस मामले पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने हाल में दिल्ली जाकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी उनके साथ थे।
पूनिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी में ऐसी समर्थकों द्वारा टीम घोषित करने की कोई परंपरा नहीं है। वसुंधरा समर्थकों ने कई जिलों में अपनी टीम खड़ी कर दी है। केंद्रीय नेतृत्व को इस संबंध में जानकारी है, हमें आलाकमान की ओर से जैसा आदेश मिलेगा, वैसा ही करेंगे।
हालांकि भाजपा में यह गुटबाजी नई नहीं है। वसुंधरा राजे सिंधिया और सतीश पुनिया में मतभेद की खबरें कई बार सामने आई है। ऐसा माना जाता है कि 2020 में जब सचिन पायलट और उनके साथ विधायक कांग्रेस से नाराज चल रह थे तब उनको भाजपा में लाकर सत्ता परिवर्तन का प्लान भी इन दोनों के मतभेदों की वजह से ही असफल रहा था।