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No Confidence Motion : बिहार के मंत्री ने खारिज किया विधानसभा अध्‍यक्ष का यह दावा

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

पटना , शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2024 (05:00 IST)
Bihar minister rejected the claim of Assembly Speaker : जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के इस दावे को खारिज किया कि उन्हें उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बारे में बुधवार को ही पता चला और वह इस मामले पर निर्णय लेने में अपना समय ले सकते हैं।
 
नियमानुसार नोटिस प्राप्ति के 14 दिन के भीतर मामले में फैसला करना होता है। कुमार जद (यू) के मुख्य सचेतक भी हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद 28 जनवरी को विधानसभा सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपा था और इस प्रकार 14 दिन की अवधि 11 फरवरी को समाप्त हो रही है।
 
अगले दिन 12 फरवरी को बजट सत्र शुरू होगा, जब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार विश्वास मत हासिल करेगी। विधानसभा अध्यक्ष राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक हैं। पिछले महीने जद (यू) अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद का साथ छोड़कर भाजपा से हाथ मिला लिया था।
 
चौधरी ने बुधवार को नाराजगी जाहिर करते हुए यह स्पष्ट कर दिया था कि वह 12 फरवरी को बजट सत्र शुरू होने से पहले अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। प्रदेश की नवगठित राजग सरकार ने चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। उन्होंने कहा था, मैं इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं। मैं 12 फरवरी को विधानसभा में रहूंगा और नियमों के मुताबिक सदन की कार्यवाही संचालित करूंगा।
 
चौधरी ने कहा था, नियमों के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष को अविश्वास प्रस्ताव नोटिस मिलने के 14 दिन के भीतर निर्णय करना चाहिए। यह नोटिस मुझे बुधवार को ही मिला है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, श्रवण कुमार ने कहा कि उन्होंने 28 जनवरी को शाम 6.30 बजे राजग गठबंधन सहयोगियों के नौ विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित नोटिस दिया था।
 
12 फरवरी को होगा नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव : श्रवण कुमार ने कहा, हमें उम्मीद है कि अध्यक्ष 11 फरवरी से पहले उचित निर्णय लेंगे। नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 12 फरवरी को होना है। ऐसी जानकारी है कि भाजपा यह पद अपने पास रखेगी। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए जो नाम चर्चा में हैं, उनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और नंदकिशोर यादव शामिल हैं।
भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने भी इसी तरह 2022 में इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजग छोड़ दिया था और महागठबंधन के साथ नई सरकार बनाई थी। बाद में सिन्हा ने अविश्वास मत से बचते हुए सदन में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। वह अब नई राजग सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

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