वाराणसी। मशहूर शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां की 102वीं जयंती पर जहां गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी है, वहीं उनकी कर्मभूमि वाराणसी में उनसे जुड़ा कार्यक्रम फीका फीका रहा। उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां के पौत्र अफाक हैदर ने बताया कि इस मौके पर फातमान स्थित उनकी दरगाह पर कुरानखानी और दुआखानी का आयोजन किया गया और काफी लोग अपने चहेते उस्ताद की दरगाह पर पुष्पांजलि अर्पित करने आए।
हैदर ने बताया कि लेकिन इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा का कोई नेता नहीं आया। हालांकि, उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर के भारद्वाज ने बिस्मिल्ला ख़ां के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किए।
संगीत नाटक अकादमी की तरफ से शाम को संगीत संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें बिस्मिल्ला ख़ां के पुत्र नाजिम हुसैन ने तबलावादन, उस्ताद अली अब्बास ने शहनाई वादन तथा ममता शर्मा ने गायन के जरिए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। (भाषा)