लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा उन्नाव जिले में पुलिस की कार्रवाई के वीडियो का एक अंश विशेष ट्वीट किए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें घेरा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि प्रियंका ने उन्नाव में हिंसा कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज का एक वीडियो ट्वीट करके उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन जैसे ही वह पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर आया तो प्रियंका ने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया।
उन्होंने कहा कि झूठ का कोई आधार नहीं होता। कांग्रेस के नेता अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उच्चतम न्यायालय में माफी मांगे जाने के बावजूद झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे। त्रिपाठी ने भी वह पूरा वीडियो ट्विटर पर शेयर करके प्रियंका को घेरा।
गौरतलब है कि उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए ली गई जमीन के मुआवजे को लेकर हंगामा कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। प्रियंका ने इस मामले में राज्य सरकार को गिरते हुए ट्वीट किया था और घटना का एक वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें एक किसान आज मरी हालत में जमीन पर पड़ा देख रहा था और पुलिसकर्मी उसे डंडे भी मार रहे थे। हालांकि बाद में सोशल मीडिया पर आए उस पूरे वीडियो में जमीन पर पड़ा आदमी बाद में उठकर भागता हुआ नजर आया।
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने बताया कि हमने जमीन पर गिरे हुए उस व्यक्ति का वीडियो पूरा वीडियो शेयर किया। पहले इसी वीडियो के एक अंश को बड़े पैमाने पर वायरल किया गया था, जिसमें वह व्यक्ति अधमरा पड़ा दिखाई दे रहा था लेकिन सच्चाई यह थी कि वह अधमरा होने का नाटक कर रहा था।