प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों में परिवारवादी राजनीति के खिलाफ युद्ध छेड़ा : तेजस्वी सूर्या
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने राहुल गांधी को बताया वंशवादी
BJP MP Tejashwi Surya praised Prime Minister Modi : बेंगलुरु दक्षिण से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 सालों में न केवल परिवारवादी राजनीति के खिलाफ युद्ध छेड़ा है, बल्कि देश के आर्थिक क्षेत्र को भी लोकतांत्रिक बनाया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रमुख ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को वंशवादी बताते हुए कहा कि वह आज जो कुछ हैं, केवल इसलिए हैं कि उन्हें अपने माता-पिता और परिवार की आर्थिक और राजनीतिक विरासत मिली है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी जैसे वंशवादी, देश की अर्थव्यवस्था को केवल वंशवाद के चश्मे से देख सकते हैं।
लेकिन पिछले 10 वर्षों में यह हुआ है कि प्रधानमंत्री ने न केवल राजनीति में वंशवाद के खिलाफ युद्ध छेड़ा, बल्कि उन्होंने इन वर्षों में देश के आर्थिक क्षेत्र को भी लोकतांत्रिक बनाया है। इसका श्रेय सरकार द्वारा किए गए बहुआयामी प्रयासों को जाता है। वह कांग्रेस के इस विमर्श पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि मोदी सरकार कुछ उद्योगपतियों के इशारे पर काम करती है।
राहुल गांधी को परिवार की आर्थिक और राजनीतिक विरासत मिली : सूर्या ने कहा कि वर्तमान में, किसी भी व्यक्ति को भारत में पहली पीढ़ी के ऐसे अरबपति मिल सकते हैं जिन्हें कारोबार विरासत में नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अपने माता-पिता और परिवार की आर्थिक और राजनीतिक विरासत मिली है तथा वह देश की अर्थव्यवस्था के लोकतंत्रीकरण को स्वीकार करने व मान्यता देने के लिए तैयार नहीं हैं।
सूर्या ने कहा कि भारत में पहली पीढ़ी के करोड़पति और अरबपति पिछले 70 वर्षों के दौरान किसी भी समय की तुलना में अभी सबसे अधिक हैं। उन्होंने कहा, आप यह बेतुका आरोप कैसे लगा सकते हैं कि यह देश और सरकार एक या दो पीढ़ी के उद्यमियों का समर्थन कर रही है।
भाजपा सभी सीट पर जीत दर्ज करती है तो इसमें आश्चर्य की बात नहीं : भाजपा सांसद ने कहा, कोई भी व्यक्ति इस सरकार पर उद्योगपतियों के फायदे के लिए काम करने का आरोप कैसे लगा सकता है, जबकि यह मजबूत सपनों वाले युवाओं को सशक्त बना रही है, मेहनती युवाओं को प्रोत्साहित कर रही है। सूर्या ने कहा कि यदि आम चुनाव में कर्नाटक में भाजपा सभी सीट पर जीत दर्ज करती है तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं होगी। उन्होंने राज्य में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया।
उन्होंने 10 लाख रुपए से अधिक वार्षिक आय वाले मंदिरों से धन संग्रहित करने का प्रावधान करने वाले कर्नाटक सरकार के विधेयक के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जो सरकार धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करती है, उसे लंबे समय तक मंदिरों का संचालन क्यों करना चाहिए? भाजपा सांसद ने केंद्र द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों को रेखांकित करते हुए कहा, यह तर्क कि सरकार किसान विरोधी है, खुद किसानों ने नहीं दिया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour