नई दिल्ली। कोरोनावायरस के बाद डेंगू के मरीजों में भी ब्लैक फंगस का खतरा मंडराने लगा है। दिल्ली में डेंगू से ठीक होने के 15 दिन बाद मरीज की एक आंख की रोशनी चली गई। डॉक्टरों के अनुसार, मरीज ब्लैक फंगस का शिकार हो गया था। मरीज को मधुमेह की शिकायत नहीं थी।
ग्रेटर नोएडा के निवासी मोहम्मद तालिब कुछ समय पहले डेंगू से संक्रमित हुए थे। उपचार के बाद वह डेंगू से तो ठीक हो गए लेकिन उन्हें ब्लैक फंगस हो गया। मरीज को दिल्ली के अपोलों अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में ईएनटी के विशेषज्ञ डॉ सुरेश सिंह नरूका ने कहा कि जब रोगी अस्पताल आया तो ब्लैक फंगस का दुर्लभ मामले का पता चला जिसमें डेंगू के बुखार के बाद उनकी एक आंख की रोशनी अचानक से चली गई।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 6 नवंबर तक डेंगू के 2,700 से ज्यादा मरीज मिले हैं। इनमें से 9 लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि इससे पहले देश में कही भी डेंगू के मरीजों में ब्लैक फंगस का कोई मामला सामने नहीं आया था।
इससे पहले कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान देशभर में कोरोना वायरस से स्वस्थ हुए कई लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ गए थे। इस खतरनाक फंगस की वजह कई मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई तो कई लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा।