बेनौलिम (गोवा)। गोवा में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे सदस्य राष्ट्रों के प्रमुखों ने यहां के एक 5 सितारा रिसॉर्ट की लॉबी में सभी 5 सदस्य देशों के रेत के बने स्मारकों का दौरा किया।
भारत के प्रतिष्ठित रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पांचों प्रतिभागी देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के स्मारकों की मूर्तियां बनाई हैं। नेताओं ने शनिवार को ये स्मारक देखे।
पटनायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी देशों के प्रमुखों को इन स्मारकों के महत्व की जानकारी दी, जो मेरे लिए एक बड़े सम्मान की बात थी। नेता करीब 10 मिनट तक वहां रहे और एकसाथ एक तस्वीरें भी खिंचवाईं। इन स्मारकों में ताजमहल (भारत), ग्रेट वॉल ऑफ चाइना (चीन), सेंट बासिल कैथ्रेडल (रूस), क्राइस्ट दि रिडीमर (ब्राजील) और नेल्सन मंडेला की प्रतिमा (दक्षिण अफ्रीका) शामिल हैं।
पटनायक ने कहा कि रेत की मूर्तियां ब्रिक्स सम्मेलन शुरू होने से पहले 3 दिनों में तैयार की गईं। उन्होंने बताया कि पांचों देशों से लाई गई रेत का इस्तेमाल कर मूर्तियां बनाई गईं। इनके निर्माण में कुल 45-50 टन रेत लगी।
कलाकार ने कहा कि इतने बड़े सम्मेलन के दौरान रचनात्मकता दिखाने का मौका मिलना मेरे लिए एक बड़े सम्मान की बात है। इन मूर्तियों के जरिए सभी देशों की एकता का संदेश दिया जा रहा है। (भाषा)