नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू होगा, जब राष्ट्रपति दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे और यह 8 अप्रैल को संपन्न होगा। सूत्रों ने संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की सिफारिशों का हवाला देते हुए शुक्रवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। राष्ट्रपति द्वारा संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के बाद आर्थिक सर्वेक्षण 31 जनवरी को पेश किया जा सकता है। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा।
सूत्रों ने बताया कि इसके बाद 1 माह के अवकाश के बाद सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से शुरू होगा और 8 अप्रैल तक चलेगा। अवकाश की अवधि के दौरान विभागों से जुड़़ी संसदीय समितियां संबंधित मंत्रालयों को बजटीय आवंटन के पहलुओं की समीक्षा करते हैं।
संसद के बजट सत्र का पहला चरण तब आयोजित हो रहा है, जब उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोर-शोर से चल रहा होगा और जहां पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान होंगे। अवकाश के बाद जब सत्र का दूसरा चरण शुरू होगा तब तक उत्तरप्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ जाएंगे। इन 5 राज्यों के लिए मतगणना 10 मार्च को होगी।
सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर संसद परिसर में प्रवेश करने वाले सांसदों के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव रिपोर्ट और पूरी तरह से टीकाकरण कराने का प्रमाणपत्र जरूरी होगा।
गौरतलब है कि साल 2020 में संसद का पूरा मानसून सत्र कोविड प्रोटोकाल के तहत आयोजित किया गया था, जब राज्यसभा की बैठक प्रथमार्द्ध में तथा लोकसभा की बैठक उतरार्द्ध में आयोजित की गई थी। वर्ष 2021 के बजट सत्र के पहले चरण में इसी प्रोटोकाल का पालन किया गया था। वर्ष 2021 के बजट सत्र के दूसरे चरण तथा उसी वर्ष मानसून सत्र एवं शीतकालीन सत्र के लिए दोनों सदनों की बैठक सामान्य समय के अनुरूप आयोजित की गई। इस दौरान दूरी बनाकर बैठना सुनिश्चित किया गया था।