लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिंसा के दौरान शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के बेटे ने पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहा कि आज मेरे पिता ने हिंदू-मुस्लिम के नाम पर अपनी जान गंवा दी। कल किसके पिता अपनी जान गंवाएंगे? यह सब कब तक चलेगा?
यह सुनकर वहां पर मौजूद नेता और पुलिस के अधिकारी हैरान रह गए, क्योंकि उनके पास शहीद इंस्पेक्टर के बेटे के किसी भी सवालों के जवाब नहीं थे। शहीद इंस्पेक्टर के बेटे अभिषेक ने मंगलवार को बुलंदशहर पुलिस लाइन में अपने पिता की श्रद्धांजलि सभा के बाद कहा कि मेरे पिता एक नेक इंसान थे और हम लोगों को भी नेक इंसान बनने की सलाह देते थे।
मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक अच्छा नागरिक बनूं जो समाज में धर्म के नाम पर हिंसा नहीं फैलाए। वे कहते थे कि समाज में रहकर हम सब मिलजुलकर रहे हैं, लेकिन मेरे पिता ने हिंदू-मुस्लिम के नाम पर अपनी जान गंवा दी। उन्होंने सवाल किया कि कल किसके पिता अपनी जान गंवाएंगे?
आंखों में आंसू लिए बेटे ने वहां पर खड़े लोगों को बहुत ही गौर से देखा और उसके बाद अपने पिता को श्रद्धांजलि दी। यह पल ऐसा पल था, जिसे देख वहां पर मौजूद अधिकारी अभिषेक से आंखें तक नहीं मिला पा रहे थे क्योंकि अभिषेक ने सीधे तौर पर धर्म के ठेकेदारों से सवाल किया था और उस के सवालों का जवाब किसी के पास नहीं था।