जयपुर। राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को बुलडोजर से तोड़ने पर बवाल मच गया। भाजपा ने कार्रवाई पर सवाल उठाते राजस्थान सरकार पर जमकर हमला बोला तो कांग्रेस ने भी भाजपा पर पलटवार किया।
भाजपा ने कहा कि विकास के नाम पर मंदिर को तोड़ना सही नहीं है। कांग्रेस बदले की राजनीति कर रही है। वहीं, कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि राजगढ़ नगर पालिका में भाजपा का बोर्ड है और उसी ने यह कार्रवाई की है।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2018 में भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर यह अतिक्रमण हटाने की सिफारिश की थी। राजगढ़ में भाजपा का बोर्ड है। इसके अध्यक्ष सतीश दुहारिया हैं। बोर्ड बैठक में यह अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पास किया गया था। उसके बाद ही यह अतिक्रमण हटाया गया है। कांग्रेस की सरकार में मंदिरों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती। यह भाजपा का एजेंडा रहा है।
मामले पर बवाल मचने पर अलवर कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, नगर पालिका बोर्ड की दूसरी बैठक में मास्टर प्लान और गौरव पथ में परेशानी बताते हुए 8 सितंबर 2021 को अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। 6 अप्रैल को सभी अतिक्रमण को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए थे।
रिपोर्ट में दावा किया गया कि 2 पूर्व निर्मित मंदिरों पर कार्रवाई की गई। इनमें से एक मंदिर का निर्माण हाल ही में हुआ था और यह नाले पर बनाया गया था। दूसरा मंदिर मार्ग में अवरोधक था। इसका आंशिक हिस्सा ही हटाया गया। अतिक्रमण हटाने से पहले ही मूर्तियों को हटा दिया गया था। हटाई गई मूर्तियों की स्थापना अन्य जगह विधि-विधान से राजगढ़ नगर पालिका की ओर से की जा रही है।