नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा के छात्रों को दिल्ली में व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) में बैठने के वास्ते आने-जाने के लिए विमान के किराए का भुगतान करने का फैसला किया है। कोविड-19 (Covid-19) के कारण ट्रेन सेवा पूरी तरह शुरू नहीं हो पाने के कारण यह फैसला किया गया है। इस संबंध में सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह बताया गया।
बयान में कहा गया कि आयोग छात्रों को ठहरने और परिवहन संबंधी जरूरतों के संबंध में भी मदद करेगा।
यूपीएससी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि ट्रेन सेवा पूरी तरह संचालित नहीं होने के मद्देनजर आयोग ने एक बार के उपाय के तहत व्यक्तित्व परीक्षण (पीटी) के लिए आने वाले छात्रों को आने-जाने के न्यूनतम विमान किराए के भुगतान का फैसला किया है। राज्य सरकारों से पीटी के लिए ई-समन पत्र वाले उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने को लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र से आने-जाने के लिए अनुमति देने को कहा है।
बयान में कहा गया कि सरकार ने मार्च में कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी, उस वक्त यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2019 (सीएसई-2019) के 2304 उम्मीदवारों का व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार चल रहा था।
यूपीएससी ने कहा कि इसके बाद बाकी 623 उम्मीदवारों का साक्षात्कार आगे के लिए टालने का फैसला किया गया। बयान में कहा गया कि क्रमिक तरीके से लॉकडाउन खोले जाने पर आयोग ने शेष उम्मीदवारों के लिए 20 से 30 जुलाई के बीच पीटी आयोजित करने का फैसला किया और सभी उम्मीदवारों को समय से इस बारे में अवगत करा दिया गया।
आयोग पहुंचने पर सभी उम्मीदवारों को मास्क, फेस शील्ड, सैनेटाइजर की एक बोतल और ग्लव्स के एक किट दिए जाएंगे। यूपीएससी हर साल तीन चरणों में सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन करती है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत अन्य सेवाओं में चयन के लिए उम्मीदवारों को प्रारंभिक, मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार से गुजरना पड़ता है।
यूपीएससी ने कहा कि उम्मीदवारों की सुरक्षा और स्वास्थ्य चिंताओं को देखते हुए उचित व्यवस्था की गई है। आयोग ने कहा कि चूंकि साक्षात्कार बोर्ड में वरिष्ठ सलाहकार होते हैं ऐसे में आयोग साक्षात्कार देने वाले और इसे लेने वालों की सुरक्षा के लिए सारे एहतियाती कदम उठा रहा है। बयान में कहा गया कि पीटी आयोजन से जुड़े आयोग के कर्मचारियों के लिए भी उचित सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। (भाषा)