नई दिल्ली। अफगानिस्तान और भारत के बीच सोमवार से हवाई मार्ग से सीधी उड़ान से माल की ढुलाई शुरू हो गई। इसके महत्व को देखते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्वयं हवाई अड्डे जाकर काबुल से आई इस पहली उड़ान का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दोनों देशों के बीच मालवाहक उडान सेवा शुरू होने पर प्रसन्नता जताते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को धन्यवाद दिया है।
मोदी ने कहा कि हवाई माल ढुलाई गलियारे की काबुल से आई पहली फ्लाइट का स्वागत करते हुए मुझे प्रसन्नता है। भारत और अफगानिस्तान के बीच सीधे संपर्क से समृद्धि आयेगी। मैं इस पहल के लिए (अफगानिस्तान के) राष्ट्रपति अशरफ गनी को धन्यवाद देता हूं।
गनी ने काबुल में हरी झंडी दिखाकर इस उड़ान को रवाना किया था। इस मौके पर वहां अफगानिस्तान के कई कैबिनेट मंत्री तथा भारतीय राजदूत मनप्रीत वोहरा मौजूद थे।
उड़ान के यहां पहुंचने पर सुषमा स्वराज, नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू, विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर और भारत में अफगानिस्तान के राजदूत डॉ. शैदा अब्दाली तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इसका स्वागत किया। पहली उड़ान से 60 टन सामान भारत लाया गया। इसमें मुख्य रूप से हींग शामिल है।
दोनों देशों ने यह सेवा शुरू करने के बारे में हाल ही में निर्णय को अंतिम रूप दिया था। इस गलियारे को शुरू करने का फैसला पिछले साल सितंबर में गनी की भारत यात्रा के दौरान मोदी के साथ हुई बैठक में लिया गया था। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। अफगानिस्तान के किसान अपनी उपज को जल्दी और सीधे भारतीय बाजार में भेज सकेंगे। (वार्ता)
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