कई गैर सरकारी संस्थाओं को अवैध तरीके से मदद पहुंचाने के आरोपी गृह मंत्रालय के अफसर आनंद जोशी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते हफ़्ते सीबीआई ने जब उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था तो वो ग़ायब हो गए थे। उन्होंने अपनी पत्नी को लिखे एक पत्र में कहा था कि उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। सीबीआई द्वारा उनसे सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के ऑर्गेनाइजेश सबरंग के खिलाफ मामले के सिलसिले में पूछताछ की जा रही थी।
जानकारी के मुताबिक आनंद जोशी की पत्नी जब वकील से मुलाकात के बाद अपने पति से मिलने गईं तो सीबीआई उन पर निगाह रखे हुए थी। जैसे ही वो अपने पति आनंद जोशी से मिलने पहुंची तो सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, बीते हफ्ते सीबीआई ने जब उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, तो वो गायब हो गए थे। उन्होंने अपनी पत्नी को लिखे एक पत्र में कहा था कि उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम इलाके का अपना घर छोड़ने से पहले उन्होंने अपनी पत्नी मीनाक्षी को ये चिट्ठी लिखी थी।
चिट्ठी में उसने लिखा, 'पिछले कुछ महीनों से मैं काफी मानसिक तनाव से गुज़र रहा हूं, लेकिन अब पानी सिर के ऊपर से गुजर गया है। मैं शांति चाहता हूं इसलिए घर छोड़कर जा रहा हूं। मैं पूरी शिद्दत से देश सेवा कर रहा हूं। मुझे पता नहीं कि मेरे साथ ऐसा होगा। मैंने शायद बड़े-बड़े दुश्मन बना लिए हैं। मुझे खोजने की कोशिश मत करना। बच्चों का ख्याल रखना।'
सीबीआई ने आनंद जोशी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर उनके घर पर छापेमारी की थी और साढ़े 7 लाख रुपए कैश के साथ गृह मंत्रालय की कुछ फाइलें और दस्तावेज बरामद किए थे। जोशी और उनकी पत्नी इसे अपने सीनियरों की साजिश बताते रहे हैं। आनंद जोशी के परिवार का कहना है कि आनंद को कुछ हुआ तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी क्योंकि आनंद बेकसूर हैं।