जम्मू। जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों के गोलीबारी कर तथा मोर्टार दाग सीमावर्ती दर्जनों गांवों और चौकियों को निशाना बनाया गया, जिसमें नौ वर्षीय एक बच्चे और दो किशोरी की मौत हो गई और नौ अन्य नागरिक घायल हो गए।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सैनिकों ने सीमा की रक्षा करते हुए प्रभावी रूप से जवाबी कार्रवाई की। प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने ढिगर, केरनी और शाहपुर सेक्टर पर सुबह करीब छह बजकर 50 मिनट पर बिना उकसावे के भारी गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि अलग-अलग गांवों को निशाना बनाकर की गई पाकिस्तानी गोलीबारी में नौ वर्षीय एक बच्चे तथा 15 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई और नौ अन्य नागरिक घायल हुए हैं। मृतक की पहचान मोहल्ला कस्बा के असरार अहमद और ढिगर के केरमा गांव की यासमीन अख्तर के तौर पर हुई है। घायलों में से तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को विशेष उपचार के लिए यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराने को कहा गया है। गोलाबारी और गोलाबारी से सीमा पर बसे लोग तनाव में आ गए थे।
इस साल पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। सेना के आकंड़ों के मुताबिक एक अगस्त तक पाकिस्तान 285 बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुका था, जबकि वर्ष 2016 में पूरे साल 228 बार ही संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया था।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से पिछले दिनों जम्मू और कश्मीर स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अरनिया सेक्टर के तमाम इलाकों में भारी गोलाबारी की गई थी। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण जहां सीमा से सटे कई गावों के लोगों को राहत कैंपों में दाखिल कराना पड़ा था। वहीं, इस गोलाबारी में कई मवेशियों की मौत भी हुई थी।
अरनिया सेक्टर में पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ की कई कोशिशें की गई है। साथ ही पाकिस्तान लगातार इस सेक्टर से सीजफायर का उल्लंघन करता रहा है।
इससे पहले बीएसफ ने जम्मू और कश्मीर के अरनिया सेक्टर में एक सुरंग का पता लगाया था। आशंका जताई जा रही है कि इसका इस्तेमाल पाकिस्तान की ओर से आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए किया जाता था। बीएसएफ ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी थी।
जम्मू फ्रंटियर, बीएसएफ के आईजी राम अवतार ने बताया था कि 'हमें कुछ संदिग्ध हरकतों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद हमने पूरे क्षेत्र का मुआयना किया और हमें 13 से 14 फीट लंबा सुरंग मिला। लेकिन, इसका आखिरी छोर खुला हुआ नहीं था।'
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच करीब सात महीने बाद फ्लैग मीटिंग हुई थी। दोनों पक्षों के बीच बैठक अंतरराष्ट्रीय सीमा के सुचेतगढ़ सेक्टर में 105 मिनट तक चली। यह बैठक पाकिस्तानी रेंजर्स की मांग के बाद की गई थी।