जमीन घोटाले मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। मीडिया खबरों के मुताबिक चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है। जेएमएम के विधायकों ने आज राज्यपाल से मुलाकात की। इससे पहले हेमंत सोरेन ने राज्यापल को अपना इस्तीफा सौंपा।
झारखंड के बड़े सियासी अपडेट : झारखंड में सियासी बदलाव के बीच सांसद महुआ माजी ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की हिरासत में हैं। चंपई सोरेन ने कहा कि उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया।
- झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है। हम राज्यपाल से उनके शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की गुजारिश लेकर राजभवन आए हैं।
चंपई झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री हैं। हेमंत सोरन ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सभी सत्ताधारी गठबंधनों के विधायक रांची स्थित राजभवन पहुंचे। यहां झामुमो विधायकों ने हंगामा किया। राज्यपाल ने हेमंत सोरेन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
कौन हैं चंपई सोरेन : सोरेन सरकार के वरिष्ठ मंत्री चंपई सोरेन के पिता सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव में खेती किसानी किया करते थे। उनके चार बच्चों में सबसे बड़े चंपई सोरेन हैं। चंपई ने 10वीं क्लास तक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। उनका विवाह कम उम्र में ही मानको से कर दिया गया। उनके परिवार में 4 बेटे और 3 बेटियां हैं।
चंपई ने अलग झारखंड राज्य को लेकर चले आंदोलन में शिबू सोरेन का साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिया। चंपई जल्द ही 'झारखंड टाइगर' के नाम से मशहूर भी हो गए। चंपई ने ने सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। बाद में वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए थे।
चंपई अर्जुन मुंडा की 2 साल, 129 दिन की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे। चंपई 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे। हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन मंत्री बनाया गया।
हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ : ईडी के अधिकारी सीएम हेमंत सोरेन से पिछले कई घंटों से पूछताछ रहे थे। हेमंत सोरेन से कथित जमीन घोटाले के जिस मामले में ईडी पूछताछ करना चाह रही है, वह सेना के 4.55 एकड़ मालिकाना हक वाली जमीन की खरीद बिक्री से जुड़ी है। यह जमीन रांची के बड़गाई इलाके में है।
7 समन किए गए थे जारी : ईडी इस मामले में 20 जनवरी को मुख्यमंत्री से पूछताछ कर चुका है। मुख्यमंत्री से रांची में करीब सात घंटे तक जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी। यह पूछताछ भी मुख्यमंत्री को जारी कई समन के बाद हुई थी। 20 जनवरी से पहले ईडी ने सोरेन को 7 समन जारी किए थे लेकिन वे जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। आठवें समन के बाद उन्होंने अपना बयान रिकॉर्ड कराया। सोरेन को पहला समन 14 अगस्त 2023 को जारी हुआ था।
14 गिरफ्तारी, 22 ठिकानों पर छापे : इस मामले में एजेंसी ने अब तक 14 लोगों की गिरफ़्तारी की है। इसमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं। पिछले साल 13 अप्रैल को ईडी ने झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें झारखंड कैडर के आईएएस छवि रंजन से संबंधित ठिकाने भी शामिल थे। रंजन पहले रांची के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं। ईडी यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत की थी।