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चंडीगढ़ छेड़खानी मामला: विपक्ष के नेताओं ने भाजपा को घेरा

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चंडीगढ़ , सोमवार, 7 अगस्त 2017 (08:26 IST)
चंडीगढ़ में एक आईएएस की बेटी के साथ छेड़छाड़ और पीछा करने के मामले पर हरियाणा से लेकर दिल्ली तक राजनीति में भूचाल आ गया है। आरोपों के घेरे में हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने इसे लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला है।
 
दूसरी ओर हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास को छेड़खानी के मामले में गिरफ्तारी के बाद थाने से ही जमानत पर छोड़ दिए जाने का कड़ा विरोध हो रहा है। विपक्ष आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ ही सुभाष बराला के इस्तीफे की मांग भी कर रहा है।
 
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चंडीगढ़ की वारदात को न सिर्फ छेड़खानी बल्कि अपरहण की कोशिश बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
 
राहुल ने ट्विटर पर लिखा है, 'चंडीगढ़ में युवती के अपहरण की कोशिश और छेड़खानी की वारदात की मैं कड़ी निंदा करता हूं। बीजेपी सरकार को दोषियों को सजा दिलानी चाहिए, न कि अपराधियों और उनकी घटिया मानसिकता का साथ देना चाहिए।
 
कांग्रेस इस मामले में आरोपी विकास के पिता सुभाष बराला को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाने की मांग भी कर रही है। चंडीगढ़ के पंचकूला में कांग्रेस ने सुभाष बराला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया है।
 
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने आरोपियों के खिलाफ हल्की धाराएं लगाए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में निर्भया केस के बाद संशोधित कानून के तहत कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग भी की है।
 
उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आरोपी के पिता और अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का बचाव करते हुए कहा कि इस वारदात से सुभाष बराला का कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस ने खट्टर के इन बयानों को असंवेदनशील और महिला सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद गलत संदेश देने वाला करार दिया है।
 
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने हरियाणा भाजपा अध्यक्ष के बेटे पर लगे संगीन आरोप के इस मामले में सीधे प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से सवाल पूछा है। येचुरी ट्विटर पर लिखा है, 'जाहिर है कि इस मामले में कोई आरोपी की मदद कर रहा है। महिला उत्पीड़न से जुड़े इस मामले प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष खामोश क्यों हैं?'
 
आईएएस अधिकारी की बेटी से छेड़छाड़ और पीछा करने के केस में फंसे हरियाणा भाजपा अध्यक्ष सुभाष के बेटे विकास बराला के मामले में भाजपा की खूब किरकिरी हो रही है। भाजपा आलाकमान इस पर सख्त रुख इख्तियार करता दिखाई दे रहा है। 
 
सूत्रों की मानें तो प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को दिल्ली तलब किया गया है। माना जा रहा है कि मीडिया और विरोधियों के बढ़ते दबाव के बीच आलकमान सुभाष बराला की कुर्सी छीन सकती है। बराला को जल्द ही पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाया जा सकता है। 
 
गौरतलब है कि भाजपा के आईएएस की बेटी से शुक्रवार रात साढ़े 2 बजे छेड़छाड़, पीछा करने और शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले में पुलिस ने हरियाणा अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके साथी को 24 घंटे के भीतर मौके से गिरफ्तार किया फिर उन पर आपीसी की धारा 341, 365 और 511 के तहत मामला दर्ज किया था लेकिन अगले कुछ ही पल में पुलिस ने धाराओं में बदलाव भी कर दिया। चंडीगढ़ ईस्ट के डीएसपी सतीश कुमार ने बयान जारी करते हुए धारा 365 और 511 को हटाने की बात कही थी। 
 
डीएसपी ने तर्क दिया कि पीड़िता की शिकायत में अपहरण और गलत तरीके से रोकने का जिक्र नहीं है जिसके बाद उन पर दर्ज धाराओं में बदलाव किया गया है। जहां पहले आरोपियों पर गैर जमानती धाराएं लगाई गई थीं वहीं बाद में उन धाराओं में बदलाव करते हुए थाने से ही उन्हें जमानत दे दी गई थी। (एजेंसी)

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