चंडीगढ़। चंडीगढ़ पुलिस ने कहा कि भाजपा नेता के बेटे द्वारा एक महिला का कथित रूप से पीछा किए जाने के मामले वह गैर जमानती प्रावधान लगाने से नहीं हिचकेगी यदि कानूनी राय इसके पक्ष में होगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इशा सिंघल ने कहा कि पुलिस ‘खुले दिमाग’ से इस मामले की जांच कर रही है और इस विषय के विभिन्न मुद्दों पर कानूनी राय ले रही है।
उन्होंने इस दावे का खंडन किया कि पुलिस किसी भी तरह के दबाव में है। उन्होंने कहा कि इस मामले में तत्काल प्राथमिकी दर्ज की गई और आरोपी तुरंत गिरफ्तार किए गए।
उन्होंने में विभिन्न प्रश्नों के उत्तर में कहा कि चंडीगढ़ पुलिस पेशेवर जांच एजेंसी है। हम निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। हम पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि आरोपियों के विरुद्ध अपहरण का आरोप क्यों नहीं लगाया गया, उन्होंने कहा कि हम खुले दिमाग से इस मामले में आगे बढ़ रहे हैं और यदि ऐसी धारा जोड़नी होगी तो हम अवश्य ऐसा करेंगे, लेकिन हम किसी दबाव में नहीं हैं।
विभिन्न सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि हम इस मामले की विभिन्न बातों पर कानूनी राय ले रहे हैं। यदि कानूनी राय सुझाव देगी तो हम अवश्य ही प्रासंगिक धारा जोड़ेंगे। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ पुलिस दबाव में काम कर रही है। पीड़िता ने शिकायत में कहा था कि मेरे लिए यह बड़ा स्पष्ट था कि ये लोग मेरा अपहरण करना चाहते थे। (भाषा)