नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हरियाणा भाजपा प्रमुख के बेटे के खिलाफ एक लड़की का पीछा करने के मामले को केंद्र सरकार और भाजपा दबाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आती है और वे हरियाणा भाजपा प्रमुख सुभाष बारला तथा उनके बेटे को बचाने की कोशिश कर रही हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह से इस सवाल का जवाब मांगा कि भाजपा नेता और उनके बेटे को क्यों बचाया जा रहा है। सुरजेवाला ने कहा कि ‘चंडीगढ़ और इस केंद्र शासित क्षेत्र की पुलिस पर नियंत्रण रखने वाला केंद्रीय गृह मंत्रालय पूरे मामले को दबाने की साजिश रच रहा है, ताकि हरियाणा भाजपा प्रमुख और उनके बेटे को बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि ‘क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राष्ट्र को जवाब देंगे कि भाजपा प्रदेश प्रमुख और उनके बेटे को इस तरह से क्यों बचाया जा रहा। कांग्रेस नेता ने चंडीगढ़ पुलिस के डीएसपी सतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने कुछ ही घंटों के अंदर अपना बयान बदल लिया, जो केंद्र सरकार के कथित इशारे पर किया गया। कुमार मामले की जांच कर रहे हैं। कांग्रेस ने डीएसपी और लड़की के बयानों का तीन वीडियो भी जारी किया है, जिसमें घटना को बयां किया गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि पुलिस कह रही है कि पीछा करने की घटना को दर्ज करने वाले सीसीटीवी कैमरों की फुटेज उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘सही धाराओं के तहत आपके मामला दर्ज करने से पहले ही, सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई। क्या इससे यह जाहिर नहीं होता है कि केंद्र सरकार हरियाणा भाजपा प्रमुख और उनके बेटे को बचाने के लिए निर्देश दे रही है। ’’ उन्होंने भाजपा पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ साल पहले जब हरियाणा सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के बेटे की संलिप्तता वाली एक घटना हुई थी तब मौजूदा गृह मंत्री ने तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष होने के नाते उनका इस्तीफा मांगा था, जिसे कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा दोहरा मानदंड क्यों अपना रही है, इस सवाल का जवाब देश प्रधानमंत्री, भाजपा अध्यक्ष से चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि क्या भाजपा सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन यह जवाब देंगे कि सभी सीसीटीवी कैमरों ने काम करना कैसे बंद कर दिया और सारे सीसीटीवी फुटेज गायब कैसे हो गए।
उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसी पारदर्शिता की बात करते हैं? उन्होंने कहा कि इस लड़की ने साफ-साफ कहा है कि उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत ऐसा कहा है और वह ऐसा कैमरे के सामने भी कह रही है कि उसका अपहरण करने की कोशिश की गई। (भाषा)