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संघ के मुख्यालय में चीन की घुसपैठ!

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, सोमवार, 17 अक्टूबर 2016 (17:04 IST)
नागपुर। सोशल मीडिया पर इन दिनों लोगों से चीन से बने वस्तुओं को न खरीदने की अपील की जा रही है। विरोध-प्रदर्शनों द्वारा भी चीनी माल के बहिष्कार की बात की जा रही है। दीपावली त्योहारों को देखते हुए यह विरोध तेज होता जा रहा है। 
योग गुरु बाबा रामदेव ने भी चीनी वस्तुओं की बात कही है, वहीं दूसरी खबर महाराष्ट्र से आ रही है, जहां राज्य सरकार ने नागपुर में मेट्रो रोलिंग स्‍टॉक मैनुफैक्‍चरिंग यूनिट के लिए चीन के साथ रेलवे स्‍टॉक कॉर्पोरेशन एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। यह बात और भी गौर करने लायक है कि नागपुर में ही राष्ट्रीय स्वयं संघ (आरएसएस) का मुख्यालय है। 17 अक्टूबर को इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
 
खबरों के मुताबिक इस यूनिट पर  1500 करोड़ रुपए की लागत आएगी। मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फणनवीस का गृह जिला और महाराष्‍ट्र की दूसरी राजधानी, नागपुर सबसे बड़े मेट्रो कोच मै‍नुफैक्‍चरिंग सेंटर्स में से एक होगा, जिसकी सेवाएं पुणे और मुंबई को भी मिलेगी। 
 
इस निवेश से 5,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावनाएं जताई जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फणनवीस के गृह जिला नागपुर सबसे बड़े मेट्रो कोच मै‍नुफैक्‍चरिंग सेंटर्स में से एक होगा, जिसकी सेवाएं पुणे और मुंबई को भी मिलेंगी। 
 
चीनी फर्म नागपुर मेट्रो के लिए 69 कोच उपलब्‍ध कराएगी। सरकार के मुताबिक मेट्रो का करीब 65 प्रतिशत हिस्‍सा सोलर एनर्जी से चलेगा, जिसके लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है।  मुख्‍यमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ सालों में नागपुर मेट्रो के लिए बुनियादी ढांचा बनाने का काम बेहद महत्‍वपूर्ण था। मेट्रो स्‍टेशनों पर वाई-फाई कनेक्‍शन, टेलीविजन सेट्स, ऑन बोर्ड अनाउंसमेंट्स जैसी कई सुविधाएं होंगी। उन्‍होंने बताया कि नागपुर में लगने वाली मैनुफैक्‍चरिंग यूनिट पुणे मेट्रो प्रोजेक्‍ट को पूरा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी, इसे केंद्र सरकार ने पहले ही मंजूरी दे दी है।

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