नई दिल्ली। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से पहले चीन के राजदूत ने मेलमिलाप का संदेश देते हुए सीमा विवाद का अंतिम समाधान होने तक सीमा पर दोनों ओर से अमन-चैन बनाए रखने पर जोर दिया, साथ ही रेखांकित किया कि पड़ोसियों के बीच विवाद सामान्य बात है। उन्होंने कहा कि पिछले कई दशकों से भारत-चीन सीमा पर एक गोली नहीं चली है, अमन-चैन बना हुआ है। जिनपिंग 11 अक्टूबर को 2 दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं।
भारत में चीन के राजदूत सुन वीदोंग ने एक साक्षात्कार में कहा कि दोनों उभरती एशियाई ताकतों को सीमा विवाद के चलते द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद का अंतिम समाधान होने तक हमें संयुक्त रूप से सीमावर्ती इलाकों में अमन-चैन बनाए रखने की जरूरत है।
चीनी राजदूत ने कहा कि हम रेखांकित करना चाहते हैं कि पड़ोसियों में मतभेद सामान्य है और इससे पार पाने का तरीका यह है कि विवादों का सही ढंग से सामना किया जाए और उसका हल बातचीत और विमर्श से किया जाए।
सुन ने भारत-चीन सीमा विवाद को इतिहास की ओर से छोड़ा गया जटिल और संवेदनशील मामला बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कई दशकों से भारत-चीन सीमा पर एक गोली नहीं चली है, अमन-चैन बना हुआ है और सीमा विवाद भारत-चीन संबंधों का सिर्फ एक हिस्सा है।
सुन ने कहा कि हमें भारत-चीन के संबंधों के बड़े परिदृश्य को देखने की जरूरत है और सीमा विवाद के चलते सामान्य द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित नहीं होने देना चाहिए।
चीनी राजदूत ने कहा कि मौजूदा समय में हमारे नेताओं के बीच सीमा विवाद को सही तरीके से देखने और द्विपक्षीय संबंधों के विकास को प्रोत्साहित करने पर अहम सहमति बनी है और उनके राजनीतिक मार्गदर्शन में दोनों पक्षों के संपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रतिनिधियों की बैठक की प्रक्रिया शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि इस कोशिश का मकसद पारदर्शी, तार्किक और आपसी सहमति से सीमा विवाद का हल करना है।