जम्मू। लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी के इलाके से दोनों मुल्कों की सेनाएं कुछ किलोमीटर पीछे हट गई हैं, जहां वे पिछले एक महीने से आमने-सामने थीं और युद्धाभ्यास में जुटी हुई थीं। फिलहाल इन खबरों की सेना द्वारा पुष्टि नहीं की गई थी।
समाचारों के मुताबिक पैंगांग झील के फिंगर 4 इलाके में गलवान घाटी में आज दोनों सेनाओं ने अपनी मोर्चाबंदी को पीछे ले जाने की सहमति जताई। समाचारों के मुताबिक भारतीय सेना अपने इलाके में एक किमी पीछे आई है और चीनी सेना भारतीय क्षेत्र से 2 किमी पीछे हट गई है।
जानकारी के लिए पिछले करीब एक महीने से इस क्षेत्र में करीब 5000 चीनी सैनिक तोपखानों और टैंकों के साथ आ डटे थे और उन्होंने पूरी गलवानी घाटी पर अपना कब्जा घोषित करते हुए मोर्चाबंदी कर ली थी।
चीनी सेना की इस हरकत के बाद भारतीय सेना ने भी लेह स्थित 14वीं कोर के हजारों सैनिकों को क्षेत्र में टैंकों के साथ रवाना कर दिया और दोनों ही फौजें एक माह से आमने-सामने मोर्चाबंदी करके युद्धाभ्यास में जुटी हुई थीं।
अब जबकि 6 जून को इस मुद्दे पर दोनों मुल्कों के लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारियों के बीच वार्ता होने जा रही थी, उससे पहले इस प्रकार की पीछे हटने की कवायद को महत्वपूर्ण माना जा रहा था।
फिलहाल इसके प्रति पुष्टि नहीं हो पाई थी कि यह वापसी किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण हुई थी या फिर ले जनरल स्तर पर होने वाली बातचीत की कोई पूर्व शर्त थी। भारतीय सेना की लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिन्द्र सिंह इस बातचीत का नेतृत्व करने वाले हैं।