नैनीताल। प्राकृतिक आपदा पीछा नहीं छोड़ रही है। बीते कल मंगलवार को जहां देवप्रयाग में बादल फटने से आईटीआई की तीन मंजिला बिल्डिंग और 10 दुकानें जमींदोज हो गई थी, वहीं आज बुधवार को नैनीताल में एक बार फिर से आसमानी आफत आ गई। नैनीताल में आज 2 जगह बादल फटने से जलसैलाब आ गया। गनीमत रही कि बादल फटने से कोई जनहानि नहीं हुई।
नैनीताल के ऐतिहासिक बाबा नीम करोली महाराज के मंदिर के पास 2 जगहों पर बादल फटा। इससे क्षेत्र में जलप्रलय आ गई। चारों तरफ मिट्टी की गार, पत्थर और तबाही का आलम देखने को मिला। मंदिर समिति के सदस्य नीरज तिवारी ने बताया कि बुधवार की देर शाम मंदिर की पिछली पहाड़ी पर बादल फटा जिसका मलबा मंदिर में घुस गया।
हालांकि इस आसमान से आई आपदा में कोई जनहानि नहीं हुई। दूसरी तरफ मंदिर से लगभग 50 मीटर की दूरी पर दूसरी पहाड़ी पर बादल फटने से उसका मलबा नैनीताल-अलमोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिखर गया। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया। राजमार्ग बंद होने के बाद प्रशासन उसे खोलने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहा है।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के दौरान अचानक बादल फटने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। चारों तरफ लोग डरे-सहमे नजर आ रहे थे। गांव के अधिकांश पेड़ आसमान से आई आपदा के भेंट चढ़ गए।
गनीमत रही कि बादल फटने के दौरान सड़कें खाली थीं, इसके चलते कोई जनहानि नहीं हुई है। आसपास के रिहायशी इलाकों पर भी ईश्वर की अनुकंपा रही कि कोई घर आकाशीय आफत की चपेट में नहीं आया है। यदि बादल फटने का कहर रिहायशी इलाकों पर होता तो बड़ी संख्या में लोग आहत हो सकते थे।