sanatan dharam row : उदयनिधि स्टालिन के सनातन पर बयान के बाद नेताओं के लगातार बयान आ रहे हैं। पूरे मामले पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान भी सामने आया है। सीएम योगी ने कहा है कि जिसने सनातन धर्म को चुनौती दी वह मिट गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाबर-औरंगजेब का अत्याचार भी सनातन धर्म को नहीं मिटा पाया।
कृष्ण जन्माष्टमी' के मौके पर रिजर्व पुलिस लाइन्स, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का समय जब पूरा देश सकारात्मक दिशा में बढ़ने का काम कर रहा तब कुछ लोगों को यह अच्छा नहीं लगता।
उन्होंने कहा कि ईश्वर को मिटाने वाला मिट गया। 500 साल पहले सनातन का अपमान हुआ। आज अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। विपक्ष तुच्छ राजनीति करने का प्रयास कर रहा है। विपक्ष भारत की प्रगति में व्यवधान पैदा करने की कोशिश कर रहा है। हर काल में सत्य को झुठलाने का प्रयास हुआ है।
क्या रावण ने झुठलाने का प्रयास नहीं किया था। उससे पहले हिरण्यकश्यप ईश्वर की और सनातन धर्म की अवमानना करने का प्रयास नहीं किया था। क्या कंस ने ईश्वरीय सत्ता को चुनौती नहीं दी थी। ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने वाले आज क्या कर रहे हैं, उनकी स्थिति क्या है। सब कुछ मिट गया। कुछ नहीं बचा। जैसे सत्य है, शाश्वत है। वैसे ही सनातन धर्म भी सत्य और शाश्वत है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान विष्णु के पूर्ण अवतार के रूप में श्रीकृष्ण का जन्म धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना के लिए हुए था। पांच हजार वर्षों से लगातार भगवान श्रीकृष्ण की आदर्श प्रेरणा भारत समेत पूरी दुनिया के मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रही है। भारत के अंदर जब भी अत्याचार और अन्याय हुआ तो हमारे ईश्वरीय अवतारों ने एक विशिष्ट प्रकाश पुंज के रूप में समाज का मार्गदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने शांति काल में सामान्य नागरिकों को कर्म की प्रेरणा प्रदान करने वाला 'कर्मण्ये वाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन' का मंत्र दिया। वहीं संकट काल में समाज को परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् के मंत्र को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
क्या बोले हरदीप सिंह पुरी : मोदी सरकार के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन बयानों पर कहा कि जिन लोगों ने 'सनातन धर्म' के बारे में, भारत की संस्कृति और सभ्यता के बारे में ऐसी टिप्पणियां की हैं,उन्हें शर्म आनी चाहिए... देश और सभी भारतीय इस तरह के बयानों से निराश हैं और मुझे लगता है कि उन्हें लोगों के सामने जवाब देना होगा।
बयान पर सियासी बवाल : तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को यह टिप्पणी कर विवाद पैदा कर दिया था कि सनातन धर्म समानता एवं सामाजिक न्याय के विरुद्ध है और इसका उन्मूलन करने की जरूरत है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि इनका उन्मूलन कर देना चाहिए। Edited by: Sudhir Sharma