मथुरा। जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले के मुख्यमंत्री मथुरा और अयोध्या का नाम लेने से भी डरते थे। हमारे पर्व त्योहारों पर बधाई देने से भी घबराते थे। इन अवसरों पर बिजली पानी भी नहीं दिया जाता था, खुशियों पर बंदिशें थीं, समय की पाबंदियां थीं, मगर आज हमारे कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से आधी रात में ही होता है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंच से संबोधन के बाद कृष्ण जन्म स्थान स्थित भागवत भवन में पूजा-अर्चना भी की। योगी ने कहा- आजादी के बाद रामनाथ कोविंद पहले राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए। मोदी जी भी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने ने अयोध्या जाकर राम लला के दर्शन किए हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले सरकारों में बैठे लोगों को पूजा करने में भी सांप्रदायिकता का भय होता था। हालांकि जो लोग पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे, अब वहीं कहते हैं कि राम और कृष्ण हमारे हृदय में हैं। उन्होंने ब्रज के विकास का संकल्प भी दोहराया। योगी ने कहा- ब्रज तीर्थ विकास परिषद संतों के सानिध्य में है।
शाम को मथुरा पहुंचे मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचे। वहां उन्होंने पहले केशवदेव के दर्शन किए और बाद में गर्भगृह में पहुंचकर ठाकुरजी के दर्शन किए। भागवत भवन में पुजारी ने ने उन्हें पगड़ी पहनाई और प्रसाद भेंट किया। इससे पूर्व रामलीला मैदान में सभा में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत की आध्यात्मिक और उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नया भारत अंगड़ाई ले रहा है। एक-एक करके सैकड़ों वर्षों से दबी हुई भावनाएं और आस्था के केंद्र अपने नए रूप में सामने आ रहे हैं।